Skip to main content

Posts

Showing posts with the label mathura

'सीता जी टेस्ट ट्यूब बेबी हो सकती हैं'-- डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार  सत्ता के नशे में चूर भाजपाई क्या बोल रहे हैं, ऐसा यदि राम-सीता के बारे में किसी अन्य धर्म वालों ने बोला होता, ये ही भाजपाई शोर मचा देते, क्योकि उत्तर प्रदेश और केन्द्र में इन्हीं की सरकार है। ऐसा नहीं है, कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमन्त्री दिनेश शर्मा ने सबकुछ गलत ही बोला है। कुछ सच्चाई भी है, जिसके लिए वह बधाई के पात्र भी हैं। उदाहरण,  गुरुत्वाकर्षण बल, प्लास्टिक सर्जरी और परमाणु की खोज भी भारत में हुई थी।  इस सन्दर्भ में स्मरण आती है, जिस समय भारत में केबल टीवी का युग था, उस समय मेरा केबल वाला सुबह के भक्ति की कैसेट प्रसारित करता था। भजनों से अतिरिक्त माता जागरण की दो भिन्न-भिन्न कैसेट में महन्तों के प्रवचन आज तक दिमाग से निकले नहीं है, 1. "जिस श्रद्धा भाव से भक्त अपनी हैसियत के अनुसार जो कुछ भी माता के चरणों में समर्पित किया है, क्या उसी श्रद्धा भाव से उन्होंने अपने माता-पिता को भोजन, वस्त्र और फल का सेवन करवाते हैं? यदि नहीं, तो माता पर अर्पित किया सबकुछ बेकार है, माता भी स्वीकार नहीं करेगी, क्योकि इस धरती पर हमारे माता-पिता ही ...

संघ की ‘निगरानी’ में गुजरा योगी सरकार का एक साल

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार   योगी आदित्यनाथ ने कट्टर हिंदूवादी नेता के तौर पर अपनी सियासत की शुरुआत की और मौजूदा दौर में यूपी की सत्ता के सिंहासन पर विराजमान हैं. योगी सरकार का सियासी सफर का एक साल पूरा हो रहा है. ऐसे में उनके काम-काज से लेकर उनके द्वारा उठाए गए कदम का मूल्यांकन किया जा रहा है. सीएम बनने के बाद से योगी ने एक के बाद एक ऐसे कदम उठाए हैं, जो उनकी परंपरागत छवि के बिल्कुल विपरीत है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के एक साल का सियासी सफर संघ की ‘निगरानी’ के बीच गुजरा. पिछले 12 महीनों में संघ और योगी सरकार के बीच कई बार समन्वय बैठकों के दौर भी देखने को मिले. इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खुद भी संघ के कई प्रमुख नेताओं के साथ-साथ प्रमुख मोहन भागवत से मुलाकात का सिलसिला भी चलता रहा. योगी आदित्यनाथ यूपी में कट्टर हिंदुत्व के सबसे  बड़े चेहरे के तौर पर पहचाने जाते हैं. सीएम बनने के पहले मुसलमानों को लेकर उनके विवादित बयान जगजाहिर हैं. अब सूबे के मुखिया हैं तो योगी मस्जिद भी जाने के लिए तैयार हैं. एक कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने कहा,’अगर मुझे मस्जिद से...

ताजमहल को मौहब्बत की निशानी बताने वाले मौहब्बत का अर्थ ही नहीं जानते !!!

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार अवलोकन करिये मेरे स्तम्भों का, जो इस पाक्षिक को सम्पादित करते लिखे थे। मुख्य संपादक-प्रकाशक-स्वामी द्वारा इस पाक्षिक को तत्कालीन हर मंत्री से लेकर प्रधानमन्त्री डॉ मनमोहन सिंह एवं सरकारी अधिकारी को प्रेषित किया जाता था।    ताज महल को मौहब्बत की निशानी बताने वाले क्या मौहब्बत का अर्थ जानते हैं? या बस मौहब्बत शब्द सुन, मौहब्बत  मौहब्बत चिल्लाना शुरू कर दिया? क्या कोई अय्याश मौहब्बत कर सकता है? अगर शाहजहाँ को मुमताज़ से मौहब्बत थी, तो मौहब्बत की निशाने बताने वालों जवाब दो:-- 1. शाहजहाँ के कुल कितनी बीवियाँ थीं? 2. मुमताज़ की मौत के बाद, शाहजहाँ ने किससे निकाह किया? 3. मुमताज़ की मौत के कितने दिनों बाद शाहजहाँ ने निकाह किया था? क्या इसी को मौहब्बत कहते हैं?       4.अगर मुमताज़ से इतनी मौहब्बत थी, तो मुमताज़ के मरने के बाद निकाह क्यों किया? 5. शाहजहाँ के हरम में कितनी औरतें/लड़कियाँ थीं? मुमताज का असली नाम अर्जुमंद-बानो-बेगम” था और यह शाहजहाँ की पहली पत्नी नही थी।इसके अलावा शाहजहाँ की 6 और पत्नियां भी थी।...

AUTHOR

My photo
shannomagan
To write on general topics and specially on films;THE BLOGS ARE DEDICATED TO MY PARENTS:SHRI M.B.L.NIGAM(January 7,1917-March 17,2005) and SMT.SHANNO DEVI NIGAM(November 23,1922-January24,1983)