देहरादून के वन अनुसंधान केंद्र के मैदान पर योगाभ्यास करते नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चौथे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर जून 21 को देहरादून के वन अनुसंधान केंद्र के मैदान पर योगाभ्यास किया। यहां करीब 50 हजार लोगों के एकसाथ योग करने का दावा किया गया। मोदी ने योग की अहमियत भी बताई। उन्होंने कहा कि आज देहरादून से लेकर डबलिन तक, योग पूरी दुनिया को जोड़ रहा है। जब तोड़ने वाली ताकतें हावी हों तो समाज में बिखराव आता है। व्यक्ति खुद ही अंदर से टूटता जाता है। जीवन में तनाव बढ़ता जाता है। इस बिखराव के बीच योग जोड़ने का काम करता है। नरेंद्र मोदी की पहल के बाद 2014 में संयुक्त राष्ट्र ने विश्व योग दिवस मनाने का प्रस्ताव मंजूर किया था। इसके लिए 21 जून को चुना गया जो वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है। 2015 में पहला विश्व योग दिवस मना। यह चौथा साल है। प्रधानमंत्री ने कहा, "हम हमारी इस विरासत पर गर्व करेंगे तो विश्व हम पर गर्व करेगा। संयुक्त राष्ट्र में सबसे कम समय में स्वीकार किया जाने वाला प्रस्ताव योग दिवस का है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। योग ने दुनिया को इलनेस...