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‘अशिक्षित नेता हम पर राज कर रहे हैं’: काजोल, फिल्म नायिका

फिल्म अभिनेत्री काजोल ने एक इंटरव्यू के दौरान कुछ ऐसा कह दिया, जिस पर उनकी अच्छी-खासी आलोचना हो रही है। काजोल फ़िलहाल अपने आने वाले शो ‘The Trial’ के प्रोमोशंस में व्यस्त हैं। इसके लिए इमोशनल कार्ड खेलते हुए उन्होंने सोशल मीडिया को अलविदा कहने की बात की थी और अपने सभी इंस्टाग्राम तस्वीरों को आर्काइव कर लिया था, लेकिन बाद में पता चला कि ये प्रमोशन के लिए किया गया ड्रामा था। ‘द ट्रायल’ एक कोर्टरूम ड्रामा सीरीज है। इसी दौरान एक इंटरव्यू में अजय देवगन की पत्नी ने कहा कि आप अपने बच्चों का पालन-पोषण कुछ इसी तरह से करें, जैसा कि आप खुद का करना चाहते। उन्होंने समाज द्वारा कही जाने वाली बातों को नज़रअंदाज़ करते हुए ऐसा करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने महिला सशक्तिकरण की बात करते हुए कहा कि वो आजकल कई जगह महिलाओं को उम्दा काम करती हुई देखती हैं। हालाँकि, उन्होंने कहा कि भारत में बहुत-बहुत धीमा बदलाव हो रहा है। Kajol is a school dropout Her husband is a college dropout And bollywood is one of the most undereducated industry hence they make such silly movies without head & tail. But since most...

चुनाव आयोग का क्या है औचित्य?

मतदान वाले दिन सड़कों पर आम दिनों की अपेक्षा इतनी अधिक भीड़ होती है कि जनता को इधर से उधर जाने में बड़ी कठिनाई होती है। वास्तव में इतनी भीड़ होती नहीं है जितनी दिखती है। भीड़ होती है उम्मीदवारों की लगने वाली मेजों और उनके शुभचिंतकों द्वारा शान से कुर्सियाँ लगाने से। जब मतदान से एक/दो दिन पूर्व मतदाता पर्चियाँ घर-घर वितरित कर दी जाती हैं, इतना ही नहीं, प्रत्येक मतदान के अंदर चुनाव आयोग के कर्मचारी भी पर्ची बनाने के लिए बैठे होते हैं। और अपना मत डालने के लिए मतदाता को अपना कोई भी पहचान-पत्र लेकर जाना पड़ता है, उस स्थिति में मतदान वाले दिन सड़कों पर मेज-कुर्सी डालकर आने-जाने में अवरोध उत्पन्न करने का कोई औचित्य नहीं।पहचान-पत्र की जरुरत केवल चुनाव आयोग द्वारा वितरित पर्ची पर ही जरुरी नहीं होता, फिर क्यों न मतदाता को चुनाव आयोग की पर्ची न होने की स्थिति में अपना पहचान-पत्र दिखाकर मत डालने की अनुमति होनी चाहिए? बशर्ते मतदाता सूची में उसका नाम हो। यदि किसी बीमार को हॉस्पिटल लेकर जाना हो तो “हे भगवान एम्बुलेंस वाला तो हॉर्न और ब्रेक लगा-लगा कर दुखी हो लेता है।” लेकिन चुनाव आयोग ने आज तक शायद संज...

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shannomagan
To write on general topics and specially on films;THE BLOGS ARE DEDICATED TO MY PARENTS:SHRI M.B.L.NIGAM(January 7,1917-March 17,2005) and SMT.SHANNO DEVI NIGAM(November 23,1922-January24,1983)