Made in India का दावा करने वाली मोदी सरकार, फ़िलहाल पेट्रोल-डीज़ल को Made in China करने जा रही है। जो स्वदेशी जागरण मंच के लिए मोदी सरकार ने एक चुनौती खड़ी जरूर कर दी है। जनता को चाइना उत्पादों का बहिष्कार करने वाला मंच क्या मेड-इन-चाइना पेट्रोल और डीज़ल का बहिष्कार करेगा? क्योकि उनकी मोदी सरकार बहुत जल्द मेड-इन-चाइना पेट्रोल और डीज़ल को बाजार में लाने का मन मना रही है। बच्चों के खिलौनों पर तो चीन ने एकाधिकार कर रखा है, सम्भव है, स्वदेशी जागरण मंच के कार्यकर्ताओं से लेकर पदाधिकारियों के परिवारों में उनके बच्चे, पौत्र, पौत्री, नवासे और नवासियां भी चीन निर्मित खिलौनों को प्रयोग करने से वंचित रखने में असफल ही होंगे। भारत के किसी भी कोने में जाइए, बाजार चीन निर्मित खिलौनों से भरे पड़े हैं। और अब पेट्रोल डीज़ल। तेल की ऊंची कीमतों पर लगाम लगाने के लिए भारत तेल उत्पादक देशों के प्रमुख संगठन OPEC (आर्गनाइजेशन ऑफ पेट्रोलियम एक्सपोर्टिंग कंट्रीज) से क्रूड ऑयल न खरीदने का मन बना रहा है. उसने अमेरिका और चीन से क्रूड ऑयल खरीदने के लिए बातचीत करना शुरू कर दिया है. पेट्रोलियम...