वृन्दावन की बैठक में मौजूद संघ प्रमुख मोहन भागवत और सर कार्यवाह भैयाजी जोशी राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) से जुड़ी संस्थाओं ने मोदी सरकार की नीतियों पर जबरदस्त हमला किया। शनिवार (2 सितंबर) को उत्तर प्रदेश के वृंदावन में आयोजित की गई इस बैठक के दौरान कृषि संकट और बढ़ती बेरोजगारी पर गहरी चिंता जताई गई। राष्ट्रीय समन्वय बैठक के दूसरे दिन संघ से जुड़े सीनियर नेताओं ने कहा कि उनके स्वंयसेवक गांवों में घूमते हैं, चौपाल लगाकर लोगों की परेशानी सुनते हैं, खासकर किसानों की परेशानी पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। संघ के एक सीनियर नेता ने इस बैठक के बारे में बात करते हुए कहा कि उनके पास कृषि संकट, सूखे, फसलों के बेकार दाम से जुड़ी एक गहरी रिपोर्ट है। वैसे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी किसी भी आलोचना से कभी डगमगाते नहीं, बल्कि उस पर चिन्तन करने से पीछे भी नहीं हटते। लेकिन आलोचना का आधार होना चाहिए, निराधार नहीं। अपनी इस बैठक में संघ ने जितनी भी आलोचना की है, मोदी उसका संज्ञान जरूर लेंगे। और लेना भी चाहिए। चीनी उत्पात से देश को और देश की जनता को कितना नुकसान हो रहा है, किसी से छुपा नहीं। चीनी...