करीना कपूर ने पिछले दिनों कहा था कि फिल्म अच्छी हो तो सोशल मीडिया में बायकॉट का कोई असर उसके कारोबार पर नहीं पड़ता। अब इस कसौटी पर भी उनकी ताजा फिल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ फिसड्डी दिख रही है। आमिर खान इस फिल्म में मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म को ज्यादातर नकारात्मक समीक्षा मिली है। आमिर खान के अभिनय की आलोचना की जा रही है। बॉलीवुड को अब इस बात का अनुभव हो जाना चाहिए कि चर्चा में बने रहने के लिए हिन्दुओं को अपमानित करो, उनके देवी-देवताओं पर तर्कहीन बात बोलना, 'शिवलिंग दूध क्यों चढ़ाना', 'करवा चौथ का व्रत क्यों रखूं', 'होली पर पानी की बर्बादी' और दिवाली पर आतिशबाज़ी से प्रदुषण फैलता है, आदि आदि। इतना ही नहीं जिन दर्शकों के कारण ये अपनी सिर्फ तिजोरियां ही नहीं भरते, बल्कि एक शहंशाह की ज़िंदगी जीते हैं, उनके लिए बोलना कि 'क्यों जाते हो फिल्म देखने, घर से नहीं बुलाते' आदि आदि। अगर जनता किसी को माथे का चन्दन बनाना जानती है, फिर उसको अपमानित किये जाने पर धूल में मिलाना भी अच्छी तरह जानती है। आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा (Laal Singh Chaddha) और अक्षय कुमार की रक्षाबंधन (R...