Skip to main content

Posts

Showing posts with the label mohammad ghori

शेर सिंह राणा को भारतरत्न कब मिलेगा?

Play -13:30 Additional Visual Settings Enter Watch And Scroll Enter Fullscreen Mute https://www.facebook.com/gunjanaggrawala/videos/1041165872590313/ भारतीय जनता पार्टी, शिव सेना, विश्व हिन्दू परिषद्, बजरंग दल, हिन्दू महासभा, हिन्दू वाहिनी आदि अनेकों ऐसे संगठन एवं पार्टियाँ हैं, जो "हिन्दू, हिन्दी, हिन्दुस्तान" चीखते-चीखते गला भी नहीं दुःखता, लेकिन किसी को हिन्दू सम्राट पृथ्वीराज चौहान की इतने वर्षों से होती दुर्गति की चिन्ता नहीं। आज ऐसे बाहुबली के बारे में बताने जा रहा हूँ जिन्होंने गजनी (अफगानिस्तान) में विगत 800 वर्षों से पददलित हो रहे भारत के महान हिन्दू-सम्राट् पृथ्वीराज चौहान की अस्थियों को भारत वापिस लाने के दुस्साहसिक कारनामे को अंजाम दिया। यह बाहुबली  हैं : श्री   शेर सिंह राणा, जिन्हें कुख्यात दस्यु-सुंदरी फूलन देवी (1963-2001) की 25 जुलाई, 2001 को हत्या के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद किया गय...

क्यों और कैसे बिना आँखों के पृथ्वीराज चौहान ने मुहम्मद गोरी को मार गिराया?

पृथ्वीराज चौहान (Prithviraj Chauhan) सन् 1178-1192 चौहान वंश के हिंदू क्षत्रिय राजा थे। जो उत्तरी भारत में 12 वीं सदी के उत्तरार्ध में अजमेर और दिल्ली पर राज्य किया करते थे। पृथ्वीराज चौहान का जन्म अजमेर राज्य के राजा सोमश्वर के यहाँ हुआ था। वे भारतेश्वर, पृथ्वीराजतृतीय, हिन्दुसम्राट्, सपादलक्षेश्वर, राय पिथौरा इत्यादि नाम से प्रसिद्ध हैं। भारत के अन्तिम हिन्दुराजा के रूप में प्रसिद्ध पृथ्वीराज 1235 विक्रमसंवत्सर में पंद्रह वर्ष की आयु में राज्य सिंहासन पर बैठे थे। इसलिए उनकी माता कर्पूरदेवी ही बालक पृथ्वीराज के स्थान पर संरक्षिका के रूप में राज्यकार्यों देखा करती थी। पृथ्वीराज चौहान  (Prithviraj Chauhan) और संयोगिता की प्रेम कहानी राजस्थान के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में अंकित है। वीर राजपूत जवान पृथ्वीराज चौहान को उनके नाना ने गोद लिया था। वर्षों दिल्ली का शासन ठीक तरह से चलाने वाले पृथ्वीराज को कन्नौज के महाराज जयचंद की पुत्री संयोगिता से प्रेम हो गया। संयोगिता महाराजा जयचंद की पुत्री थी। महाराज जयचंद और पृथ्वीराज चौहान में कट्टर दुश्मनी थी। राजकुमारी संयोगिता का स्वयंवर...

AUTHOR

My photo
shannomagan
To write on general topics and specially on films;THE BLOGS ARE DEDICATED TO MY PARENTS:SHRI M.B.L.NIGAM(January 7,1917-March 17,2005) and SMT.SHANNO DEVI NIGAM(November 23,1922-January24,1983)