दर्शकों को घुड़की देने वाले अर्जुन कपूर की 'कुत्ते' पहले ही दिन धड़ाम हिन्दू और हिन्दुत्व को आरोपित कर अपने आपको secular साबित करने का ढोंग रचने वाले बॉलीवुड को दर्शकों ने औकात दिखानी शुरू करने से अपने आपको सिरमौर समझने वाले फिल्म निर्माता, निर्देशक और अभिनेता औंधे मुंह गिरने शुरू हो चुके हैं। मजे की बात तो यह है कि जिन कट्टरपंथियों को खुश करने सेकुलरिज्म का नंगा नाच खेला जा रहा है, वह समाज भी सिनेमा घरों से दूरी बनाए हुए हैं, फिर किसके लिए नौटंकीबाज़ी हो रही है? Secularism की माला जपने वालों को इस शब्द के अर्थ को समझना होगा। Secularism को एकतरफा चलाने की सजा भुगतनी होगी। फिल्म वालों की तरह Secularism के नाम पर जनता को मुर्ख बनाने का अंजाम सियासतखोर भी भुगत रहे हैं। इतना ही नहीं, मांसाहारी पब्लिक ने भी हलाल और झटके में अंतर करना शुरू कर दिया है। जिस तरह आज बॉलीवुड "#boycott bollywood" से डरने लगा है, कुछ समय बाद यही चीखें हलाल मांस व्यापारी/दुकानों से ...