आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार दिवाली पर दिल्ली-एनसीआर में सुप्रीम कोर्ट द्वारा पटाखे बैन को लेकर त्रिपुरा के राज्यपाल तथागत रॉय ने देश के फर्जी सेकुलरों और वामपंथियों को ऐसा करारा तमाचा लगाया है, जिसकी गूँज उन्हें आगामी विधानसभा चुनावों तक सुनाई देती रहेगी. पटाखों पर बैन और इनसे नॉइज पॉल्यूशन की बात करने वालों को खर-खरी सुनाते हुए तथागत रॉय ने तड़के होने वाली अजान में लाउडस्पीकर्स के इस्तेमाल पर सेक्युलरों की चुप्पी को लेकर सवाल उठाए। इतना ही नहीं, जब कभी हिन्दुओं का त्योहार आता है, कानून देवी की आँखों से पट्टी हट जाती है, और बिना हेलमेट पहने खूब चालान काटे जाते हैं, और मुस्लिम अपने त्यौहार पर बिना हेलमेट के दो-पहिया वाहन पर तीन भी बैठे हों, ट्रैफिक पुलिस भी आंखें बंद कर लेती है, क्यों? खुले में पशु वध पर पाबन्दी है, लेकिन बकरा ईद पर गली-कूचों और सड़क पर ऊँट और भैंसा काटे जाते हैं, क्यों? यह भी तुष्टिकरण दिल्ली के ही हैं।,आखिर यह तुष्टिकरण कब तक चलेगा? पटाखों से नॉइज पॉल्यूशन होता है तो अजान के स्पीकर पर चुप्पी क्यों रॉय ने ट्वीट करके कहा, ”हर साल दिवाली...