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Showing posts from August, 2017

इसलिए प्रतिबंधित है सत्यार्थ प्रकाश इस्लामिक देशों में

बकरी को शेर कैसे बनाएँ ? ये बात है दिल्ली की Amity University में बीए कर रही छात्रा 'अवंतिका चौहान' ( बदला हुआ नाम ) की जो कि राजस्थान के अलवर से यहाँ पढ़ाई कर ने आई थी । कट्टर कृष्ण भक्त और इस्कौन नाम की संस्था से जुड़ी थी । हर समय अपने ठाकुर जी ! अपने लड्डू गोपाल ! को साथ रखती थी । कालेज के होस्टल में भी साथ लेकर गई थी । उसके लिये धर्म मात्र "हरे कृष्णा हरे कृष्णा ! कृष्णा कृष्णा हरे हरे " जपने का नाम ही था । इतनी पक्की कृष्ण भक्त थी कि वो हर रविवार को दिल्ली के पंजाबी बाग में बने एक इस्कौन मंदिर में जाती थी । तो हुआ कुछ ऐसा कि उसके होस्टल में एक हैदराबाद की मुस्लिम छात्रा रहने आई जिसका नाम 'हफ्सा' था । वो एक कट्टर विचारों वाली मुस्लिम लड़की थी जो दिन में दो बार नमाज़ पढ़ती थी और ज़ाकिर नायक की सबसे बड़ी प्रशंसक । अवंतिका को आसान शिकार जानकर उसने उसे अपने जाल में फँसाने का सोचा । तो उसे दिन रात होस्टल के कमरे में इस्लाम की अच्छाईयाँ गिनाने लगी और ज़ाकिर की वीडियो भी दिखाने लगी । पहले तो अवंतिका को थोड़ा अटपटा सा लगा लेकिन बाद में लगातार हफ्सा के इस

बकरीद पर कुर्बानी को बताया “जानवरो का क़त्ल”

बकरीद पर कुर्बानी के नाम पर जानवरों की दी जाने वाली बलि के विरोध में खुद मुस्लिम समाज खड़ा हो गया है।  अगस्त 29 को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के सदस्यों ने बकरीद के मौके पर जानवरों की कुर्बानी का कड़ा विरोध जताया।  लखनऊ स्थित विश्व संवाद केंद्र में आयोजित प्रेसवार्ता में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच यूपी के सह-संयोजक खुर्शीद आगा ने कहा, "बकरीद में कुर्बानी को लेकर समाज में अंधविश्वास फैला है, मुसलमान अपने आपको ईमान वाला तो कहता है, लेकिन वास्तव में अल्लाह की राह पर चलने से भ्रमित हो गया है।" उन्होंने कुर्बानी का विरोध करते हुए प्रश्न उठाया कि कुर्बानी जायज नहीं है तो फिर जानवरों की कुर्बानी क्यों दी जा रही है? उन्होंने आयोध्या के विवादित ढांचे का जिक्र करते हुए कहा कि कुरान के अनुसार, जहां फसाद हो वहां नमाज अदा नहीं की जा सकती है, तो फिर विवादित ढांचे की जगह मस्जिद कैसे बनाई जा सकती है।  वहीं पूर्वी यूपी के मंच संयोजक ठाकुर राजा रईस ने कहा, "जब हजरत इब्राहिम द्वारा किसी जानवर की कुर्बानी नहीं दी गई तो फिर मुस्लिम समाज में बकरीद के मौके पर जानवरों की कुर्बानी क्यों दी जा रही है।ब

आखिरकार पीएम मोदी के सामने झुक ही गई कांग्रेस

कई महीनों से भारत और चीन के बीच डोकलाम को लेकर रही तनातनी आखिरकार ख़त्म हो ही गई। चीन को भारत की कूटनीतिक चालों से हार मान ही लेना पड़ा। भारत की इस बड़ी जीत पर कांग्रेस ने हाल ही में पीएम मोदीकी तारीफ की थी। अब कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने टिप्पणी की है। कांग्रेस नेता शशि थरूर ने पीएम मोदी की तारीफ की है। उन्होंने अपने बयान में कहा कि विदेश मंत्रालय, उसका स्टाफ और पीएम के पूरे ऑफिस को इस बड़ी जीत का क्रेडिट दिया जाना चाहिए। ये सभी लोग तारीफ के काबिल हैं। शशि थरूर ने कहा कि विदेश मंत्रालय को उसकी कूटनीति के लिए बधाई जिसने डोकलाम में चीन की सेना को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। भारत की रणनीति की वजह से ही चीनी सैनिक अपनी सीमा में वापस लौट गए। कांग्रेस पार्टी ने भी इस मामले में कल अपनी प्रतिक्रिया में कहा था कि डोकलाम से चीन और भारत की सेनाओं अगर वाकई हट जाती हैं तो यह स्वागतयोग्य है। हालांकि पार्टी ने इस पर कुछ दिन इंतजार करने की बात भी कही थी। वहीं उमर अब्दुल्ला ने भी पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि चीन के खिलाफ भारत की यह कूटनीतिक जीत इसलिए भी काफी मायने रखती है क्योंकि य

राम रहीम के बाद उतरा इमाम बुखारी का बुखार

अब एक बेहद ज़बरदस्त ख़बर दिल्ली से आ रही है, कि दिल्ली स्थित जामा मस्जिद की बिजली काट दी गयी है क्यूँकि इसका करोड़ों का बिल बक़ाया था, BSES कम्पनी जो बिजली सप्लाई का काम करती है उसने ये पहल की है।  इस ख़बर के बाद लगता है बाबाओं के साथ साथ इमामों के भी बुरे दिन शुरू हो गए हैं और ये इमाम बुख़ारी के लिए भी एक बड़ा झटका है। बाबा राम रहीम के केस के बाद लोग ये कहने लगे हैं कि जनता अब इन तथाकथित इमामों, मौलवियों और बाबाओं से परेशान हो चुकी है, तथा इनके बहकावे में अब नहीं आने वाली, जब सारा देश बाबा रहीम के किए गये कांड की चर्चा कर रहा था तो लोगों में बात भी उठ रही है कि क्या दिल्ली जामा मस्जिद शाही इमाम क़ानून से ऊपर है? उनके ऊपर भी ढेर सारे केस हैं तो सरकार उन पर हाथ क्यों नहीं डालती? जैसा हमने ऊपर लिखा है कि इन इमामों, बाबाओं के बुरे दिन शुरू हो चुके हैं, ठीक वैसी ही करवाई शाही इमाम के साथ हुई है, उनके ऊपर यानी जामा मस्जिद पर चार करोड़ से भी ज़्यादा का बिल बक़ाया है। बिजली बोर्ड के मुताबिक़ शाही इमाम और वक़्फ़ बोर्ड ये दोनो की ज़िम्मेवारी है कि बिजली का बिल अदा किया जाए। लेकिन अपने

गुरमीत के साए में नेता

रेप केस में दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह के लिए सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने सजा का ऐलान कर दिया है। उसको 10 साल की सजा सुनाई गई है। सजा पर बहस पूरी होने के बाद राम रहीम जज के सामने रहम की भीख मांगने लगा। इस केस की सुनवाई के लिए रोहतक जेल के अंदर कोर्ट रूम बनाया गया था। बलात्कारी बाबा राम रहीम को सीबीआई कोर्ट द्वारा 10 साल की सजा दिये जाने पर लोग अपनी खुशी तो जता रहे हैं लेकिन वो ये भी चाह रहे हैं कि अगर इसे उम्र कैद या फिर फांसी की सजा दी जाती तो ज्यादा बेहतर होता। वहीं कुछ यूजर्स इस फैसले पर बीजेपी को भी निशाने पर ले रहे हैं। ये लोग कह रहे हैं कि राम रहीम को 10 साल की सजा होने के बाद भारतीय जनता पार्टी हरियाणा में अनाथ हो गई है। आपको बता दें कि हरियाणा की बीजेपी सरकार पर ये आरोप लगता रहा है कि वो गुरमीत राम रहीम को बचाने की कोशिश करती रही है। अगस्त 28 की दोपहर 3:30 बजे ये राम रहीम को 10 साल की सजा का ऐलान होते ही सोशल मीडिया पर लोग अपनी प्रतिक्रियाएं देने लगे। लोगों ने कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हुए लिखा कि इंसाफ मिलने में देर तो हो सकती है लेकिन इंसाफ मिलता जर

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shannomagan
To write on general topics and specially on films;THE BLOGS ARE DEDICATED TO MY PARENTS:SHRI M.B.L.NIGAM(January 7,1917-March 17,2005) and SMT.SHANNO DEVI NIGAM(November 23,1922-January24,1983)