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मोदी जी अब देश को बचाने की जरुरत है !

नई सरकार जब सत्ता में आती है तो उसकी नीतियां सबसे पहले चुनावी घोषणा पत्र में और सरकार बनने के बाद संसद में दिखती है। आर्थिक नीति की घोषणा आम तौर पर पहले बजट में होती है। हमने कई सरकारों को आते जाते देखा है। किसी की नीति दक्षिणपंथी विचारधार पर आधारित होती है, किसी की वामपंथी, तो कोई यथास्थिति या बीच का रास्ता अपनाती है। मौजूदा मोदी सरकार पहली सरकार है, जिसे या तो अपनी नीतियों का पता नहीं है या जानबूझ लोगों को भ्रमित करने वाली घोषणाएं करती है। मौजूदा भाजपा सरकार कई दलों का गठबंधन है, लेकिन उसे लोक सभा में बहुमत हासिल है। भाजपा एक दक्षिणपंथी पार्टी है। जनसंघ ने स्वतंत्र पार्टी (जो एक पूंजीवादी पार्टी थी) के साथ 1967 में गठबंधन किया था।कहने का तात्पर्य यह है कि भाजपा की आम नीति सबको मालूम है। 2014 में जब पार्टी सत्ता में आई तो व्यापारियों के बीच उत्साह का माहौल था। लेकिन पिछले 4 सालों में जो हुआ, वो अभी भी रहस्य बना हुआ है।सरकार ने व्यापार के लिए कुछ भी नहीं किया। सरकार ने मेक इन इंडिया, आर्थिक तरक्की, रोज़गार की बड़ी-बड़ी बातें की थी, लेकिन...

वृंदावन: आरएसएस की मंथन बैठक में मोदी सरकार की नीतियों की जबरदस्त आलोचना

वृन्दावन की बैठक में मौजूद संघ प्रमुख मोहन भागवत और सर कार्यवाह भैयाजी जोशी  राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) से जुड़ी संस्थाओं ने मोदी सरकार की नीतियों पर जबरदस्त हमला किया। शनिवार (2 सितंबर) को उत्तर प्रदेश के वृंदावन में आयोजित की गई इस बैठक के दौरान कृषि संकट और बढ़ती बेरोजगारी पर गहरी चिंता जताई गई। राष्ट्रीय समन्वय बैठक के दूसरे दिन संघ से जुड़े सीनियर नेताओं ने कहा कि उनके स्वंयसेवक गांवों में घूमते हैं, चौपाल लगाकर लोगों की परेशानी सुनते हैं, खासकर किसानों की परेशानी पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। संघ के एक सीनियर नेता ने इस बैठक के बारे में बात करते हुए कहा कि उनके पास कृषि संकट, सूखे, फसलों के बेकार दाम से जुड़ी एक गहरी रिपोर्ट है। वैसे प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी किसी भी आलोचना से कभी डगमगाते नहीं, बल्कि उस पर चिन्तन करने से पीछे भी नहीं हटते। लेकिन आलोचना का आधार होना चाहिए, निराधार नहीं। अपनी इस बैठक में संघ ने जितनी भी आलोचना की है, मोदी उसका संज्ञान जरूर लेंगे। और लेना भी चाहिए। चीनी उत्पात से देश को और देश की जनता को कितना नुकसान हो रहा है, किसी से छुपा नहीं। चीनी...

भारतीय हित में चीन उत्पादनों का बहिष्कार

स्वदेशी जागरण मंच, झंडेवाला विभाग की यशवंत सिंह चौहान की अध्यक्षता में  29 जनवरी 2017 को चौधरी रमेश नम्बरदार जी के गाँव दसघरा स्थित निवास स्थान पर मासिक बैठक  हुई। जिसमे पूर्व निगम पार्षद सतीश महरौलिया, पवन शर्मा, मनोहर लाल उर्फ़ बाबा, देवेन्द्र यादव, श्रीमति जयश्री, डॉ मनीष अग्रवाल   एवं   अमर कनौजिया आदि के अतिरिक्त अन्य जागरण मंच के पदाधिकारी सम्मिलित हुए।  चीन द्धारा हर राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद समर्थक पाकिस्तान का समर्थन कर  भारत का विरोध किये जाने को  प्रचण्ड रूप देने के उद्देश्य से जागरण मंच इतना मंथन करता प्रतीत हो रहा है।       वास्तव में, बैठक में माननीय कश्मीरी लाल जी,राष्ट्रीय संघटक,स्वदेशी जागरण मंच के 09 फरवरी को विभाग में प्रवास के कार्यक्रमों की रूपरेखा  प्रभात फेरी, गोष्ठी आदि का जैसे आयोजन की रुपरेखा  तय की गई।  यशवंत ने उपस्थित सदस्यों को जनता में चीनी उत्पादों से देश की अर्थव्यवस्था के अलावा बेरोजगारी आदि के दुष्परिणामों से  जागृत कर, केवल स्वदेशी उत्पादों का...

भारत को स्वाभिमानी बनाने को ललायित स्वदेशी जागरण मंच

स्वदेशी जागरण मंच करोल बाग द्धारा  राष्ट्रीय स्वदेशी सुरक्षा अभियान विषय पर जनवरी 24 को बलकेशवर मंदिर, अजमेरी  गेट पर यशवंत सिंह चौहान, झण्डेवाला विभाग,संयोजक व  प्रचार प्रमुख, दिल्ली की अध्यक्षता एवं सुनील बंसल,जिला संयोजक करौल बाग के संचालन में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया।  गोष्ठी  संचालन का श्री गणेश करते यशवंत ने कहा कि चीन से हमारा विरोध उसकी भारत विरोधी गतिविधियों के कारण किया जा रहा है। चीन शुरू से ही साम्राज्यवाद देश रहा है। दूसरे देशों की ज़मीन हड़पना, चीन की नीति रही है। 1962 युद्ध में 38000 वर्ग कि. मी. ज़मीन पर कब्ज़ा करना, 1963 में पाकिस्तान को कब्जाए कश्मीर की ज़मीन का भारत विरोधी गतिविधियों के लिए प्रयोग करना, आतंकवादी गतिविधियों में पाकिस्तान का समर्थन करना, नेपाल से 174 भारतीयों को लेकर आ रहे हवाई जहाज, को आतंकवादी  हाइजैक कर चंडीगढ़ से लाहौर ले गए, लेकिन अंतर्राष्ट्रीय दबाव के कारण लाहौर में उतरने की इजाजत नहीं मिलने के कारण अफ़ग़ानिस्तान ले गए। इस काम को करने का सरगना मौलाना मसूद अजहर आतंकवादी ने भारत को जेलों में बंद आतंकवादियों को छ...

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To write on general topics and specially on films;THE BLOGS ARE DEDICATED TO MY PARENTS:SHRI M.B.L.NIGAM(January 7,1917-March 17,2005) and SMT.SHANNO DEVI NIGAM(November 23,1922-January24,1983)