'गदर 2' के बाद अनिल शर्मा की नई फिल्म आई है 'वनवास'। रामायण, 'शोले', कार्ल मार्क्स और बी आर अम्बेडकर के ग़ैर-ज़रूरी रेफरेंस से लैस ये फिल्म एक बार फिर साबित करती है कि हिट फिल्म और अच्छी फिल्म बनाने में फर्क होता है। 'गदर 2' हिट फिल्म थी। 'वनवास' को उसी मयार की फिल्म मान सकते हैं। 'वनवास' की कहानी दीपक त्यागी नाम के रिटायर्ड ऑफिसर की है। वो अपने तीन बेटों और बहूओं के साथ हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में रहते हैं। मगर डिमेंशिया की वजह से वो चीज़ें भूलने लगे हैं। जिसकी वजह से बहूओं के साथ उनकी तकरार होती रहती है। इससे निजात पाने के लिए उनके बच्चे तय करते हैं कि उन्हें वृद्धाश्रम भेज दिया जाए। पिता त्यागी का जन्मदिन मनाने के बहाने बच्चे उन्हें बनारस ले जाते हैं। मगर वृद्धाश्रम की बजाय बनारस के एक घाट पर छोड़ आते हैं. दीपक त्यागी को अपने बच्चों के नाम के अलावा कुछ भी नहीं याद। उन्हें लगता है कि उनके बच्चे कहीं खो गए हैं। जिन्हें ढूंढने के लिए वो दर-दर की ठोकरें खाते हैं। तभी उनकी मुलाकात होती है वीरू वॉलंटियर नाम के एक चोर से. प...