एक सहज व्रत को सिनेमा ने ग्लैमर से जोड़ा, नारीवादियों ने गढ़ा स्त्रियों के शोषण का प्रोपेगेंडा; फिर भी ‘करवा चौथ’ के चाँद पर नहीं लगा पाए दाग
करवा चौध और फर्जी नारीवादी (फोटो साभार: leonardo.ai) 'माई बॉडी माई चॉइस’ का नारा देने वाली और लड़की की हर फालतू माँग को पर्सनल चॉइस कहने वाली कम्युनिस्ट फेमिनिस्ट लॉबी करवा चौथ पर सक्रिय हो जाती है। बुर्के तक की माँग को व्यक्तिगत पसंद मानने वाले ये लोग करवा चौथ को शोषण का त्योहार बताने लगते हैं। ऐसा माहौल बनाया जाता है कि जैसे करवाचौथ का व्रत रखने के लिए लड़कियों पर अत्याचार किया जा रहा है। उन्हें प्रताड़ित किया जा रहा है और उनके गले पर तलवार रखकर उनसे यह व्रत रखवाया जा रहा है। ऐसा डरावना माहौल बनाया जाता है कि जैसे भारत की महिलाओं को उनके पति को हमेशा सताते हैं, मारते हैं और फिर इस व्रत के दिन कुछ गिफ्ट आदि देकर अपनी अपराध की भावना को छिपाते हैं। लेकिन मुस्लिम महिलाओं द्वारा महीने भर रोज़ा रखने पर क्यों नहीं बोलते? सनातन पर हमला करने जानते है कि मुस्लिम कट्टरपंथी इनका जीना हराम कर देंगे, लेकिन हिन्दू तो कुछ बोलेगा नहीं, उछालो सनातन पर कीजड़। हिन्दु...