![]() |
| सोनिया गाँधी के साथ होली मनाते जज चित्र सौजन्य :Coveragetimes.Com |
Coveragetimes.com द्वारा 16 अक्टूबर को प्रकाशित रपट के अनुसार सुप्रीम कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुये कहा था कि दिल्ली एनसीआर में दीवाली पर पटाखें नहीं बेचे जायेंगे पटाखा व्यापारियों ने इस पर संशोधन की माँग की तो उसने बिल्कुल इनकार कर दिया कोर्ट ने इस पर कहा कि इस बार ऐसा नहीं होगा कि दिवाली बिना पटाखों के जलेगी हाँ लेकिन कुछ लोग इसे राजनीती से भी जोड़ रहे होंगे और में कितना धार्मिक हूँ कितना नहीं ये तो सब जानते है |
अगर हमने आदेश में बदलाव लाये तो ये कानून के खिलाफ होगा और साथ ही साथ कोर्ट ने ये भी कहा कि रात्रि 11 बजे के बाद पटाखें ना फोड़ें कोर्ट ने कहा कि अभी आपके पास जितने पटाखें है उतने से ही काम चलाये और रही बात संसोधन की तो दिवाली के बाद आप आ सकते है कोर्ट ने ये भी कहा कि हमने अखबार पे पढ़ा है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी पटाखें बेचना बंद नहीं हुआ है |
कोर्ट को यह तय करना था कि दिल्ली-एनसीआर में पटाखें बेचना बंद होगा या नहीं असल में बात यह है कि कोर्ट ने 9 अक्तूबर को दिल्ली-एनसीआर में पटाखों के बेचने पर रोक लगा दी थी जिससे परेशान सभी पटाखा व्यापारियों और इंडिक कलेक्टिव ट्रस्ट ने मिलकर कोर्ट में याचिका दायर कर इसे हटाने की माँग की गई थी |
पटाखा व्यापारियों ने अपनी तरफ से याचिका में कहा था कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेशानुसार 12 सितम्बर को हमारे लायसेंस को निरस्त कर दिया है और उसके बाद हमने दिवाली के नजदीक आते देखकर पटाखें खरीद कर रख लिये थे अगर ऐसे में हमे पटाखें बेचने की अनुमति नहीं मिली तो हमारा बहुत बड़ा नुकसान होगा !
रोहिंग्या मुस्लिम गिरफ्तार, बेटा बताकर स्थानीय मुस्लिम ने बनवाया था आधार कार्ड
पुलिस अधिकारी ने बताया कि रोहिंग्या शख्स के भारतीय नियोक्ता ने खुद को संबंधित युवक का पिता बताते हुए आधार कार्ड हासिल करने में उसकी मदद की थी।
हैदराबाद पुलिस ने 19 वर्षीय एक रोहिंग्या युवक को अवैध रूप से देश में रहने और आधार कार्ड हासिल करने के मामले में 15 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रोहिंग्या शख्स के भारतीय नियोक्ता ने खुद को संबंधित युवक का पिता बताते हुए आधार कार्ड हासिल करने में उसकी मदद की थी। नियोक्ता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि रोहिंग्या व्यक्ति मोहम्मद अजुमुद्दीन उर्फ मौला अजमुद्दीन और पश्चिम बंगाल का रहने वाला उसका नियोक्ता रियाजुद्दीन मौला (36) को बालापुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों व्यक्ति कपड़ा कारोबार में शामिल हैं और हाल ही में कलकत्ता से यहां आए थे। अधिकारी ने बताया कि दोनों पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कही रोहिंग्या लोगों को भारत की नागरिकता से संबंधित दस्तावेज तैयार करवाने के लिए कोई रैकेट तो काम नहीं कर रहा है।
रियाजुद्दीन ने फॉरनर्स एक्ट का उल्लंघन किया
हैदराबाद पुलिस ने 19 वर्षीय एक रोहिंग्या युवक को अवैध रूप से देश में रहने और आधार कार्ड हासिल करने के मामले में 15 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि रोहिंग्या शख्स के भारतीय नियोक्ता ने खुद को संबंधित युवक का पिता बताते हुए आधार कार्ड हासिल करने में उसकी मदद की थी। नियोक्ता को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्होंने बताया कि रोहिंग्या व्यक्ति मोहम्मद अजुमुद्दीन उर्फ मौला अजमुद्दीन और पश्चिम बंगाल का रहने वाला उसका नियोक्ता रियाजुद्दीन मौला (36) को बालापुर क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि दोनों व्यक्ति कपड़ा कारोबार में शामिल हैं और हाल ही में कलकत्ता से यहां आए थे। अधिकारी ने बताया कि दोनों पर भारतीय दंड संहिता की संबंधित धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कही रोहिंग्या लोगों को भारत की नागरिकता से संबंधित दस्तावेज तैयार करवाने के लिए कोई रैकेट तो काम नहीं कर रहा है।
रियाजुद्दीन ने फॉरनर्स एक्ट का उल्लंघन किया
रचकोंडा पुलिस कमिश्नरेट के अधिकारी ने कहा कि अजुमुद्दीन म्यांमार से तालुल्क रखता है और उसका परिवार बांग्लादेश के कॉक्स बाजार में रहता है। एक साल पहले रियाजुद्दीन मौला कपड़े के बिजनेस के सिलसिले में बांग्लादेश गया और अजुमुद्दीन से संपर्क में आया। पुलिस के मुताबिक रियाजुद्दीन ने उसे लालच देकर कोलकाता बुलवाया और उसे अवैध तरीके से अपने पास रख रहा था। इसके बाद उसने कोलकाता में ही कथित रूप से अजुमुद्दीन को आधार कार्ड बनवाने में मदद की। इसके लिए उसने अजुमुद्दीन को अपना बेटा बताया और उसे अपना नाम इस्तेमाल करने की इजाजत दी। पुलिस के मुताबिक रियाजुद्दीन ने फॉरनर्स एक्ट का उल्लंघन किया है। पुलिस ने गिरफ्तारी के बाद दोनों का आधार कार्ड सीज कर लिया है।
पिछले महीने भी रचकोंडा पुलिस ने 20 साल के एक रोहिंग्या युवक को गिरफ्तार किया था, इस शख्स ने भी खुद को भारतीय होने का दावा किया था और दुबई जाने के लिए पासपोर्ट अप्लाई किया था। पुलिस ने इस शख्स से पैन कार्ड जब्त किया था। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने अगली सुनवाई तक भारत से रोहिंग्या मुसलमानों को देश से बाहर भेजे जाने पर रोक लगा दी है। केन्द्र सरकार की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में लगभग 40 हजार रोहिंग्या मुसलमान अवैध तरीके से रह रहे हैं।


Comments