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सत्येंद्र जैन को लोकनायक जयप्रकाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। |
आईएएस अफसरों की कथित हड़ताल खत्म करवाने के नाम पर आठ दिन से धरने पर बैठे अरविंद केजरीवाल रविवार रात झुक गए। केजरीवाल ने ट्वीट करके अफसरों को सुरक्षा का भरोसा दिया। कहा कि वे मेरे परिवार का हिस्सा हैं। इससे पहले आईएएस अधिकारियों की एसोसिएशन ने सात मुद्दों पर काम गिनाकर हड़ताल के दावे झूठे बताए थे। इसके चार घंटे के अंदर ही केजरीवाल नरम पड़ गए। अधिकारियों ने इसे एक अच्छी पहल बताया और एसोसिएशन की बैठक में फैसला लेने की बात कही। उधर, 12 जून से हड़ताल पर बैठे स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन की जून 17 देर रात तबियत बिगड़ गई। उन्हें उन्हें लोकनायक जयप्रकाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है।
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केजरीवाल और उनके 3 मंत्री राज निवास के गेस्ट रूम में धरने पर |
केजरीवाल और गोपाल राय 11 जून को उपराज्यपाल अनिल बैजल से मिलने राज निवास पहुंचे थे। उपराज्यपाल ने समय नहीं दिया तो दोनों गेस्ट रूम में धरने पर बैठ गए थे। इसके बाद मंगलवार से सत्येंद्र जैन और बुधवार से उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया उनके साथ भूख हड़ताल पर बैठ गए थे।
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केजरीवाल के धरने का 4 मुख्यमंत्रियों- पी. विजयन, ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू और एचडी कुमारस्वामी ने समर्थन किया है। चारों इस संबंध में जून 17 को नरेंद्र मोदी से भी मिले |
अरविंद केजरीवाल के धरने के समर्थन में रविवार को आम आदमी पार्टी ने प्रधानमंत्री आवास के घेराव के लिए मार्च निकाला था। हालांकि, पुलिस ने उन्हें संसद मार्ग से आगे नहीं बढ़ने दिया। केजरीवाल ने ट्वीट में नरेंद्र मोदी को तानाशाह बताया। आईएएस एसोसिएशन ने कहा कि दिल्ली में कोई अफसर हड़ताल पर नहीं है, आप सरकार ने अफवाह फैलाई। इसके बाद केजरी ने अफसरों से काम पर लौटने की अपील की।
इस अपील में उन्होंने आईएएस एसोसिएशन द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर उठाए गए सवालों के जवाब दिए। जून 17 को आईएएस एसोसिएशन की मनीषा सक्सेना ने कहा कि मुख्य सचिव के साथ जो कुछ हुआ उसके बाद हम चौंक गए और डर गए हैं। हम भयभीत और पीड़ित महसूस कर रहे हैं।
केजरीवाल की अपील- आप मेरे परिवार का हिस्सा, बिना डर के करें काम
केजरीवाल ने इस पर जवाब देते हुए कहा, 'मुझे बताया गया है कि आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन ने आज (जून 17) प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है। मैं मेरे पास उपलब्ध सभी पावर और संसाधनों से उनकी रक्षा और सुरक्षा को सुनिश्चित करना चाहता हूं। मैंने पहले भी इस प्रकार का आश्वासन कई अधिकारियों को दिया था, जिन्होंने मेरे साथ निजी तौर पर मुलाकात की। मैं आज इसे दोहराता हूं।'उन्होंने आगे कहा, 'अधिकारी मेरे परिवार का हिस्सा हैं। मैं उनसे हड़ताल खत्म करने, काम पर लौटने और मंत्रियों की हर बैठक में शामिल होने, उनके फोन और मैसेज का जवाब देने और क्षेत्र के निरीक्षण के लिए उनके साथ शामिल होने का आग्रह करता हूं। उन्हें बिना किसी डर और दबाव के काम करना चाहिए। उन्हें किसी के भी दबाव में नहीं आना चाहिए, चाहे वो राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार या कोई भी राजनीतिक दल।'
जून 16 देर रात उनके धरने का चार राज्यों के मुख्यमंत्रियों- पी. विजयन, ममता बनर्जी, चंद्रबाबू नायडू और एचडी कुमारस्वामी ने समर्थन किया था। चारों इस संबंध में नरेंद्र मोदी से भी मिले थे।
अवलोकन करें:--
As Kejriwal Vs Babus intensifies, Aam aadmi feels the heat. Governance is in limbo. 'Bijli, pani' causes pain.
Did Delhi vote for dharna? | #DelhiDharnaPolitics
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