| बलात्कार आरोपी भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर |
वास्तव में कुर्सी के लालच में कुलदीप सिंह जिस पार्टी तो छोड़ भाजपा में सम्मिलित हुए थे, वहां की पृष्ठभूमि ही ऐसी रही है और भाजपा ने सबकुछ जानते हुए भी बहुमत के लालच में दूसरी पार्टी से आए लोगों को तुरन्त टिकट देना भाजपा को भारी पड़ रहा है।
फिर जिस पार्टी के नेताओं की ऐसी गन्दी मानसिकता होगी, प्रदेश अथवा देश की क्या सेवा करेंगे और जनता को क्या सन्देश देंगे।
बयानों से नहीं पलटी पीड़िता
सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई ने सीआरपीसी की धारा 164 के तहत कोर्ट के समक्ष पीड़िता का बयान दर्ज किए।कोर्ट के समझ भी उसने वहीं बयान दिए जो उसने पुलिस को अपनी शिकायत में दिए थे।
सीबीआई ने आमने-सामने बैठकर की थी जांच
आपको बता दें कि उन्नाव रेप केस की जांच कर रही सीबीआई ने आरोपी बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर और पीड़िता का आमना-सामना कराया था। पीड़िता ने पिछले वर्ष चार जून को विधायक द्वारा रेप किए जाने का आरोप दोहराया लेकिन, विधायक इससे इनकार करते रहे। सीबीआई के अफसरों ने दोनों से अलग-अलग हुई पूछताछ के तथ्यों को भी सामने रखा और एक-दूसरे से पुष्टि की।
सेंगर को सीतापुर जेल में किया गया शिफ्ट
आपको बता दें, बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को मंगलवार (8 मई) को सुबह उन्नाव जेल से सीतापुर जेल में शिफ्ट कर दिया गया है. पीड़िता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अपील दायर कर आरोपी विधायक को उन्नाव जेल से शिफ्ट करने की याचिका दायर की थी, जिसके बाद ये फैसला लिया गया.
अवलोकन करें:--
अब तक मामले में क्या-क्या हुआ
- रेप पीड़िता ने 11 जून 2017 को कोर्ट में शिकायत दर्ज की.
- कोर्ट ने कार्रवाई के आदेश दिए और आरोपी अवधेश तिवारी, शुभम तिवारी व अन्य के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, इस मुकदमे में विधायक और शशि सिंह का नाम नहीं था.
- 3 अप्रैल 2018 को विधायक के भाई अतुल सिंह ने केस वापस लेने के लिए पीड़ित परिवार पर दबाव बनाया.
- जब पिता द्वारा इनकार किया तो उसकी बेरहमी से पिटाई की गई और फर्जी मुकदमा लिखवाकर उसे जेल भिजवा दिया.
- 8 अप्रैल, 2018 को पीड़िता ने परिवार समेत सीएम आवास के बाहर आत्मदाह की कोशिश की.
- 9 अप्रैल 2018 को पीड़िता के पिता की उन्नाव जेल में मौत हो गई.
- 10 अप्रैल 2018 को विधायक के भाई अतुल सिंह को गिरफ्तार किया गया.
केस में अब आगे क्या होगा
- विधायक कुलदीप पर रेप के आरोपों की पुष्टि हुई.
- अब आरोपी विधायक पर शिकंजा कस सकता है.
- बीजेपी भी विधायक कुलदीप के खिलाफ कार्यवाही कर सकती है.
- ये भी संभव है कि पार्टी उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दे.
- सीबीआई अब मामले में पूरी जांच करने के बाद रिपोर्ट सौंपेगी.
- सीबीआई की रिपोर्ट पर कोर्ट मामले में फैसला सुनाएगा.

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