अयोध्या में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की तीन सदस्यीय खंडपीठ ने आज (08 फरवरी) से अंतिम सुनवाई शुरू कर दी है। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा ने कहा कि यह पूर्णत: जमीन विवाद है। चीफ जस्टिस ने कोर्ट में रखी गई 42 किताबों का अंग्रेजी अनुवाद दो हफ्तों के भीतर देने को कहा है। इसके साथ ही मामले की सुनवाई 14 मार्च को तय की है। हो सकता है कि 14 मार्च से मामले में कोर्ट रोजाना सुनवाई करे। मामले में चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस एस. अब्दुल नजीर की बेंच 13 याचिकाओं पर एक साथ सुनवाई कर रही है। इधर मीडिया में राम मंदिर पर फिर से बहस का दौर शुरू हो गया है। साथ ही यह भी बहस तेज हो गई है कि क्या 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले अयोध्या में राम मंदिर बन जाएगा? न्यूज 18 इंडिया के लाइव डिबेट शो आर-पार में आज इसी मुद्दे पर बहस का आयोजन किया गया था।
शो के एंकर और होस्ट अमिश देवगन ने जब बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा से पूछा कि क्या राम लला का वनवास खत्म होगा? इस पर चर्चा में अपनी बात रखते हुए पैनलिस्ट और मुस्लिम चिंतक सैय्यद रिजवान अहमद ने कहा कि अयोध्या में जल्द ही राम लला विराजमान होंगे और भव्य श्रीराम मंदिर बनेगा। रिजवान के इस दावे पर गरीब नवाज़ फाउंडेशन के मौलाना अंसार रजा ने आपत्ति जताई और कहा कि राम के नाम पर दुकानें चलानी बंद करो। इसके जवाब में रिजवान ने कहा कि संबित पात्रा के इस बयान को मैं काटता हूं कि इस पैनल में कोई राम भक्त नहीं है।
शो के एंकर और होस्ट अमिश देवगन ने जब बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा से पूछा कि क्या राम लला का वनवास खत्म होगा? इस पर चर्चा में अपनी बात रखते हुए पैनलिस्ट और मुस्लिम चिंतक सैय्यद रिजवान अहमद ने कहा कि अयोध्या में जल्द ही राम लला विराजमान होंगे और भव्य श्रीराम मंदिर बनेगा। रिजवान के इस दावे पर गरीब नवाज़ फाउंडेशन के मौलाना अंसार रजा ने आपत्ति जताई और कहा कि राम के नाम पर दुकानें चलानी बंद करो। इसके जवाब में रिजवान ने कहा कि संबित पात्रा के इस बयान को मैं काटता हूं कि इस पैनल में कोई राम भक्त नहीं है।
रिजवान ने कहा, “मैं डॉ. सैय्यद रिजवान अहमद राम भक्त हूं और राम भक्त रहूंगा। मुझे अल्लाह और राम में कोई अंतर समझ में नहीं आता।” इस पर अंसरा रजा ने कहा कि संबित पात्रा कान पकड़कर माफी मांगिए क्योंकि आपने रिजवान को राम भक्त नहीं कहा। संबित ने चुटकी ली कि सभी रामभक्त हैं तो मंदिर बनवा देते हैं। इस पर अंसार रजा ने विरोध जताया तो रिजवान अहमद ने फिर कहा, “अंसार रजा, मोदी रहे या योगी रहे या फिर कोई और रहे। तुम्हारे सीने पर पैर रखकक मंदिर बनेगा, यह तुम देख लेना।”
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शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है कि वे सुनवाई के ऊपर विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि ना तो कोर्ट से पूछकर अयोध्या आंदोलन शुरू किया गया था और ना ही बाबरी मस्जिद का विध्वंस कोर्ट से पूछकर हुआ था। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “अयोध्या आंदोलन की शुरुआत करते समय हमने कोर्ट ने पूछा नहीं था कि हम बाबरी मस्जिद का विध्वंस कर रहे हैं और यहां पर मंदिर का निर्माण करेंगे।” उन्होंने सवाल किया कि जब सारे काम कोर्ट से पूछे बिना हुए हैं तो कोर्ट का मामला बीच में कहां से आ गया। राज्य और केन्द्र में भाजपा की सरकार होने का हवाला देते हुए उन्होंने पूछा कि क्या कोर्ट में इस मामले की सुनवाई अगले लोकसभा चुनाव तक चलेगी।
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ना कोर्ट से पूछकर ढहाई थी बाबरी मस्जिद, ना पूछकर बनाएंगे राम मंदिर!
शिवसेना सांसद संजय राउत का कहना है कि वे सुनवाई के ऊपर विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि ना तो कोर्ट से पूछकर अयोध्या आंदोलन शुरू किया गया था और ना ही बाबरी मस्जिद का विध्वंस कोर्ट से पूछकर हुआ था। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “अयोध्या आंदोलन की शुरुआत करते समय हमने कोर्ट ने पूछा नहीं था कि हम बाबरी मस्जिद का विध्वंस कर रहे हैं और यहां पर मंदिर का निर्माण करेंगे।” उन्होंने सवाल किया कि जब सारे काम कोर्ट से पूछे बिना हुए हैं तो कोर्ट का मामला बीच में कहां से आ गया। राज्य और केन्द्र में भाजपा की सरकार होने का हवाला देते हुए उन्होंने पूछा कि क्या कोर्ट में इस मामले की सुनवाई अगले लोकसभा चुनाव तक चलेगी।
पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा पर लगातार हो रही गोलीबारी को लेकर भी संजय राउत ने हाल ही में भाजपा पर हमला बोला था। एएनआई के अनुसार रावत ने कहा था, “सीजफायर उल्लंघन की बात छोड़ दीजिए। यह सीधा युद्ध है, यह हमला है और उसका जवाब उसके तरीके से देना चाहिए। अगर आप उसका जवाब नहीं देंगे तो इस देश को पूरे विश्व में नामर्द कहा जाएगा। रविवार को पाकिस्तान ने हमारे जवानों पर हमला करने के लिए मिसाइल्स का इस्तेमाल किया। क्या हमारी मिसाइल केवल राजपथ की शोभा बढ़ाने और प्रदर्शनी के लिए रखी हुई हैं। क्या वे केवल 26 जनवरी को विदेशी प्रमुखों को दिखाने के लिए रखी गई हैं।”
अयोध्या में राम मंदिर और मस्जिद को लेकर बहस कम होने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम मंदिर को लेकर एक नयी बात कह दी है.
श्री रामजन्मभूमि में मस्जिद थी ही नहीं : स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती
अयोध्या में राम मंदिर और मस्जिद को लेकर बहस कम होने का नाम नहीं ले रहा है. एक बार फिर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने राम मंदिर को लेकर एक नयी बात कह दी है.
स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने रायपुर में प्रवास के दौरान कहा की अयोध्याय में जिस जगह मस्जिद होने कि बात कही जा रही है वहां कभी मस्जिद था ही नहीं. उन्होंने कहा कि रामजन्मभूमि में मस्जिद था ही नहीं.
उनका कहना है कि कारसेवकों के द्वारा तोड़े जाने के पहले ही वहां पर चौदह कसौटी के खम्बे थे जिनमे मंगल कलश उत्कीर्ण थे. उन्होंने कहा कि वहां पर मस्जिद का कोई चिन्ह था ही नहीं.
इस मौके पर शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि जो सरकार हिंदुत्व को लेकर नहीं चलेगा वो ज्यादा दिन तक नहीं टिक सकता है. उन्होंने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार सिर्फ सत्ता को देख रही है.

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