| लखनऊ में पुलिस ने मदरसे पर छापा मारकर 51 लड़कियों को छुड़ाया (फोटोः एएनआई) |
पुलिस की इस कार्रवाई से पूरे इलाके में हंडकंप मच गया, स्थानीय लोगों ने पहले तो मदरसे को घेर लिया और पुलिस कार्रवाई में बाधा उत्पन्न करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने जब अंदर से 51 लड़कियों को बाहर निकाला तब जाकर लोग शांत हुए।
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#Lucknow: Girls rescued in raids at a Madrasa in #Shahadatganj, manager arrested for allegedly sexually exploiting girls pic.twitter.com/J0223QvCJT— ANI UP (@ANINewsUP) December 29, 2017
लखनऊ के एसपी (वेस्ट) ने बताया कि पुलिस की ज्वाइंट टीम ने सआदतगंज इलाके के मदरसे में छापा मारा, उस मदरसे में मौजूद 51 लड़कियों ने मदरसे के मैनेजर पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। मैनेजर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। हम इस बात की भी जांच कर रहे हैं कि यह मदरसा रजिस्टर्ड था भी या नहीं?
पुलिस के मुताबिक मदरसे पर ACM और ADM और महिला उप निरीक्षक के द्वारा सभी लड़कियों का बयान लिया गया है। इस दौरान चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और DPO को सूचित कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक मदरसे की छत पर चढ़कर छात्राओं ने पर्ची फेंककर लोगों से मदद की गुहार लगाई थी। वहीं एक पीडि़ता ने संचालक मो. तैयब जिया पर लड़कियां सप्लाई करने का भी आरोप लगाया है।#Lucknow A joint team conducted raid at a Madrasa in Shahadatganj,51 girls were present there&they have accused the manager of the Madrasa of molestation.FIR has been registered,manager of the Madrasa arrested.We are also investigating if the Madrasa was registered or not:SP,West pic.twitter.com/MzEoGF2xef— ANI UP (@ANINewsUP) December 30, 2017
जिलानी ने बताया कि जिया मदरसे में मनमानी करने लगा. इसका विरोध करने पर वह उन्हें धमकी देकर भगा देता था. एएसपी पश्चिम विकास चन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि मौजूदा समय में मदरसे में कुल 125 छात्राएं पढ़ रही थीं. हॉस्टल में रहने वाली कुछ छात्राओं ने मदरसे की खिड़कियों से चिट्ठी व पर्चे फेंके. स्थानीय लोगों के हाथ ये पर्चे लगे तो वे सन्न रह गए. इनमें लड़कियों ने अपना दर्द बयां किया था. मोहल्ले के लोगों ने फौरन इस बात की सूचना मदरसे के मालिक सैयद मोहम्मद जिलानी अशरफ को दी.
सूचना मिलने पर जब सैयद मोहम्मद जिलानी मदरसा पहुंचे तो छात्राएं अंदर थीं और बाहर से ताला लगा था. जिलानी ने इसकी शिकायत सआदतगंज पुलिस से की. मामला संज्ञान में आने पर एसएसपी दीपक कुमार ने जिला प्रशासन, अल्पसंख्यक आयोग व चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के अधिकारियों को इससे अवगत कराया. एएसपी विकास चन्द्र त्रिपाठी की अगुवाई में पुलिस, प्रशासन व चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने मदरसे में छापा मारा. इस दौरान पुलिस ने मदरसे में बंधक बनाकर रखी गईं 51 छात्राओं को मुक्त कराया.
पीड़ित लड़कियों ने चिट्ठी में लिखा था, ‘संचालक ने हम लोगों को बंधक बना रखा है, वह हम लोगों से छेड़छाड़ करता है और विरोध करने पर अमानवीय बर्ताव करता है. कृपया हमारी बात पुलिस तक पहुंचाकर हमारी मदद करवाएं.’
इस मामले में मदरसा संचालक तैयब जिया पर दो मुकदमे दर्ज किए गए हैं. पहला मुकदमा पीड़ित छात्राओं की तहरीर पर उत्पीड़न का है जबकि दूसरा मदरसा मालिक की तहरीर पर धोखाधड़ी का दर्ज किया गया है.
मदरसे के मालिक जिलानी अशरफ का कहना है कि जब उन्हें इस बात की शिकायत मिली तो आरोपी संचालक तैयब जिया ने उन्हें धमकाते हुए इस मामले से दूर रहने की हिदायत दी. आरोपी ने खुद को बचाने के लिए जिलानी व उनके साथियों अहमद मियां और फुरकान अली के खिलाफ सआदतगंज थाने में शिकायत कर दी.
सूत्रों के अनुसार, पिछले कुछ वर्षों से पुलिस और मीडिया को मदरसों में चल रहे यौन शोषण की शिकायत की जा रही थी, लेकिन पिछली सरकार के चलते पुलिस और मीडिया आंखें मीचे बैठे रही। जब प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ है, कट्टरपंथियों पर नकेल पड़नी शुरू होने के ही कारण मासूम लड़कियों को हवस के भूखों से बचाने में सफलता प्राप्त की। सुबह से लेकर शाम तक मीडिया हिन्दू साधु-संतों के आश्रम में चल रही इस तरह की गतिविधियों पर तो चर्चा करने बैठ जाते हैं, परन्तु मदरसों में हो रहे यौन शोषण पर खामोश रहते हैं। जैसे हिन्दू साधु/संत ही दुनियाँ में सबसे घृणित है और अन्य सभी धर्म गंगाजल की भाँति पवित्र। मीडिया कौन सी धर्म-निरपेक्षता का पाठ पढ़ा रहा है?पुलिस के राडार पर 2000 मदरसे
उत्तर प्रदेश में कथित आतंकी साजिश में शामिल होने के शक में कुछ युवकों को गिरफ्तार किए जाने के बाद पुलिस सतर्क हो गई है। पुलिस ने पश्चिमी यूपी के करीब दो हजार मदरसों और मस्जिदों पर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी है।
मीडिया सूत्रों के हवाले से मिल रही खबरों के मुताबिक सुरक्षा एजेंसियां और पुलिस ने बिजनौर के और उसके आस-पास के लगभग 2,000 मस्जिदों और मदरसों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, क्योंकि हिरासत में लिए गए ज्यादातर लोग मदरसे में पढ़ाई करते थे।
कानून प्रवर्तन एजेंसियों का ध्यान अब यूपी के इस गांव में मदरसे और मस्जिदों पर केंद्रित है। बताया जा रहा है कि यहां करीब 500 मदरसे हैं वहीं इस क्षेत्र में करीब 1,500 मस्जिद हैं, जिन पर पुलिस ने निगरानी बढ़ा दी है।
मदरसे में आने जाने वाले हर शख्स पर यूपी एटीएस की नजर!
इस मामले में बिजनौर पुलिस के मुताबिक पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां बिजनौर और इसके आसपास के इलाकों में धार्मिक संस्थानों पर कड़ी नजर रखे हुए है। वहीं इन संस्थानों में जाने वाले इलाके के जिम्मेदार नागिरकों से भी सहायता मांगी गई है।
वहीं मदरसे में आने जाने वाले हर शख्स पर यूपी एटीएस की नजर है। उन्होंने बताया कि बिजनौर के आस-पास के इलाकों के कुछ संदिग्ध लोगों पर भी पुलिस की नजर है।
यूपी पुलिस को शनिवार को मिले अलर्ट के मुताबिक 17-18 आतंकी साधु संतों के भेष में बड़ी घटना को अंजाम दे सकते है। यह जानकारी एमपी पुलिस ने यूपी पुलिस को दी है. एमपी पुलिस के अलर्ट के मुताबिक आतंकी भारत-नेपाल बॉर्डर के रास्ते देश में दाखिल हो सकते हैं और आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते है। 

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