और इस वजह से मुसलमान को ढाड़ी रखने और नमाज पढ़ने पर रोक लगा दिया है, इस इलाके को लेकर चीन हमेशा डरा सा रहता है क्योंकि इलाका हॉन्गकॉन्ग और तिब्बत से घिरा हुआ है, और चीन को डर है मुस्लिम बहुल इलाका होने के कारण यहां अलगावादी कोई आंदोलन न छेड़ दे और अलग होने की मांग उठने लगे, इस इलाके में मुस्लिम की जनसंख्या एक करोड़ से भी ज्यादा है, इसलिए चीन की सरकार को इनके हरकतें संदिग्ध दिखने लगी है, सभी मस्जिदों में चीनी सरकार सीसीटीवी कैमरे भी लगवा रही है, मस्जिद में प्रवेश के लिए मेटल डिडेक्टर लगवा रखा है, जिससे कोई अनहोनी को घटने से रोक लिया जाए, यहां तक कि मुस्लिम महिलाएं बुरके भी नही पहन सकते, इस पर भी रोक लगा दिया गया है, और बच्चे भी स्कूल में एक दूसरे को अस्सलामो अलैकुम नही बोल सकते इस पर भी रोक लगा दिया है। चीन के इस फैसले से मुस्लिम समुदाय काफी गुस्से में है। लेकिन ये लोग चीनी प्रशासन के सामने कुछ भी नही करने को मजबूर है..!!
वैसे चीन यदाकदा मुस्लिमों पर कोई न कोई पाबन्दी लगाता रहता है, जैसे रोज़ा, अज़ान का न होना आदि। शिनजियांग इलाका डिस्टर्ब जरूर मानता है चीन, लेकिन यहाँ अगर किसी भी उग्रवादी/आतंकवादी गतिविधि होने की स्थिति में उसे सख्ती से निपटने को तत्पर भी है। क्योकि वहाँ भारत की तरह वोट के भूखे नेता या तुष्टिकरण करने वाली पार्टी नहीं। दूसरे, बढ़ती आबादी को किस तरह कम किया जाए, इस काम में भी चीन विश्व के किसी भी देश से बहुत आगे है।
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