कांग्रेस की सरकार में वैसे तो कई घोटाले हो चुके हैं मगर नोटबंदी के बाद अब तक का सबसे बड़ा घोटाला सामने आ रहा है, कहा जा रहा है कि इस घोटाले से पर्दाफ़ाश होते ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पूर्व गवर्नर रघुराम राजन भी जेल जा सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो इसके खुलने से कांग्रेस के कई अन्य नेता भी सलाखों के पीछे जा सकते हैं।
हाल ही में आयी एक खबर के मुताबिक़ आरबीआई ने अब तक कुल 14 लाख करोड़ रुपये के ही 1000 और 500 के नोट छापे थे। नोटबंदी के बाद से सिर्फ 30 दिनों में बैंकों में अबतक 12 लाख करोड़ रुपये के पुराने नोट जमा हो भी चुके हैं। हजारों करोड़ रुपये के पुराने नोटों को नदी-नालों में भी बहाया जा चुका है और आग लगाई जा चुकी है। खबर आयी थी की बोरी में भरकर भी लोग पुराने नोट कूड़े में फेक आये थे। सूत्रों के मुताबिक़ अगले 20 दिनों में लाखों करोड़ रुपये बैंकों में आने की संभावना है। इतना ही नहीं, नोटबंदी के बाद ट्रक भर-भर कर नोटों से भरे बोरे और बड़े-बड़े नोटों से भरे डिब्बों को नोएडा एवं गाज़ियाबाद के कब्रिस्तानों में फेंका गया। कब्रिस्तान मुर्दों को दफ़नाने के लिए होते हैं या नोटों को दफ़नाने के लिए?
अवलोकन करें :--
http://nigamrajendra28.blogspot.in/2016/11/blog-post_33.html
कमीशन में नोट बदलने का धंधा खूब फल फूल रहा
कमीशन में नोट बदलने का धंधा खूब फल फूल रहा
एक तीर नोटबंदी ने साधे कई निशाने
सूत्रों के अनुसार, मोदी सरकार इस घोटाले को उजागर करने को कटिबद्द है। नोट जमा करवाने की अवधि समाप्त होने पर उन आधारकार्डों की भी जाँच होगी, क्योंकि इस तरीके से लोगों ने 20 से 30 प्रतिशत कमीशन के लालच में कालेधन को सफ़ेद करने में जो मदद की है, सभी पर सख्त कार्यवाही भी हो सकती है। जनधन खातों की जाँच तो प्रारम्भ हो चुकी है। गम्भीरता से इस नोटबंदी निर्णय का मन्थन करने पर न जाने ऐसे कितने घोटाले उजागर होंगे, जिनकी जनता कल्पना भी नहीं कर सकती। उन घोटालों से बचने के लिये संसद में अवरोध उत्पन्न किए जा रहे हैं।
सूत्रों कि माने तो बैंकों में जमा होने वाले पुराने नोट 14 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के हो जाएंगे, ऐसे में पूर्व आरबीआई गवर्नर सवालों के घेरे में आ जाएंगे क्योंकि बैंक नकली नोट तो जमा करते नहीं, तो ऐसा कैसे हो सकता है कि आरबीआई ने छापे तो 14 लाख करोड़ के नोट और वापस आ गए उससे भी ज्यादा कीमत के नोट। जानकार लोग प्रश्न उठा रहे हैं कि क्या आरबीआई ने एक ही सीरियल नंबर के कई नोट छापे हुए हैं? क्या ऐसा राजनीतिक दबाव के चलते किया गया?
ये वकील घोटालों को उजागर क्यों नहीं करते?
क्या यही वजह है कि कांग्रेस व् अन्य कई राजनीतिक पार्टियों ने नोटबंदी के फैसले को पलटवाने के लिए पूरी ताकत झोंक रखी है? कांग्रेस की ओर से सुप्रीम कोर्ट में दर्जनों वकीलों की फ़ौज इस फैसले के खिलाफ आयी याचिकाओं की पैरवी में लगे हुए हैं। सलमान खुर्शीद, कपिल सिब्बल, पी चिदंबरम, अभिषेक मनु सिंघवी, विवेक तनखा, के टी एस तुलसी जैसे कई बड़े नामी-गिरामी वकीलों की फ़ौज नोटबंदी के फैसले को रद्द करवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में पूरी ताकत से जुटे हुए हैं। खैर आने वाले दो हफ़्तों में इस घोटाले का पर्दाफ़ाश हो सकता है और जिसके बाद अब तक की सबसे बड़ी जांच शुरू होने की भी संभावना है। कयास लगाए जा रहे हैं कि यदि ये घोटाला सामने आता है तो कदाचित कांग्रेस के सभी नामी-गिरामी नेता जेल के अंदर होंगे।
अब आपकी बारी
क्या आपको लगता है कि राजनीतिक दबाव के चलते आरबीआई एक ही नम्बर के कई नोट जारी कर सकता है?
एबीपी न्यूज़ के अनुसार "कर्नाटक में इनकम टैक्स के छापे में एक हवाला कारोबारी के घर से 5 करोड़ 70 लाख की नई करेंसी मिली है. 90 लाख के पुराने नोट भी जब्त किए गए. 32 किलो सोना-चांदी भी मिला है. कारोबारी ने बाथरुम के चैंबर में ये नकदी छिपाकर रखी थी.
IT के छापे में हवाला कारोबारी से मिले 5 करोड़ 70 लाख के नए नोट और 32 किलो सोना-चांदी
बाथरुम की टाइलों के पीछे बनी तिजोरी से सारा कैश मिला. कर्नाटक के हवाला कारोबारी के यहां से करोड़ों की नगदी के अलावा 31 किलो के सोने के गहने भी मिले हैं, गोवा और कर्नाटक की इनकम टैक्स टीम की संयुक्त कार्रवाई अब भी जारी है.
नीचे तस्वीरों में देखिए कैसे छुपाकर रखा गया था कालाधन
एक साधारण सा बाथरूम. जहां सफेद रंग की टाइल्स लगी हैं. वहां छापा मारने पहुंची टीम को किनारे छोटा सा सुराख दिखता है. इसी सुराख के भीतर छिपे बटन को जैसे ही दबाते हैं और फिर आगे देखिए टाइल्स के ऊपर दो धक्का मारा जाता है. और टाइल्स दरवाजे की तरह खुल जाती है. अंदर काले धन की तिजोरी है. इस तिजोरी में कैमरा भी लगा हुआ है.
पुरानी बरामदगी
– नोटबंदी के बीच पुणे में पूर्व बीजेपी पार्षद के पास से 10 लाख रुपए के पुराने नोट बरामद. 10 लाख रुपए के पुराने नोट पुणे के सासवड इलाके में एक गाड़ी से बरामद किए गए हैं. ये पैसे बीजेपी के पूर्व पार्षद उज्जवल केतकर के हैं. गाड़ी में उज्जवल केतकर समेत बीजेपी के पुणे के युवक शाखा के अध्यक्ष दीपक कोटे भी मौजूद थे. उज्जवल केतकर का कहना है कि ये पैसे बारामती के बैंक में जमा करने के लिए जा रहे थे. पुलिस उनके जवाब से संतुष्ट नहीं हैं इसीलिए पुलिस ने गाड़ी और पैसे जब्त कर लिए. 1000 और 500 के नोट लेकर ये बारामती जा रहे थे.
–नोटबंदी के बीच नए नोटों की एक और बड़ी खेप बरामद. हैदराबाद के साइबरा बाद में 71 लाख रुपए के नए नोट बरामद.
2000 रुपए के नोटों की इतनी बड़ी खेप हैदराबाद पुलिस की साइबराबाद पुलिस ने जब्त की है. 2000 के कुल 71 लाख रुपए के नोट बरामद हुए हैं. इसके अलावा 11 लाख 21 हजार रुपए छोटे नोटों में भी बरामद किए गए हैं. इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार हुए तीनों लोग महबूबनगर जिले के हैं. गिरफ्तार किए गए तीनों लोग पुराने नोट के बदले नए नोट देने के लिए हैदराबाद पहुंचे थे.
–हैदराबाद ही नहीं राजस्थान के भीलवाड़ा में भी आयकर विभाग ने 7 लाख 20 हजार रु के नोट बरामद किए हैं.
–पंजाब के संगरूर में नकली करंसी तैयार कर बाजार में आधी कीमत पर चलाने वाले गिरफ्तार, करीब 4 लाख के नोट बरामद .
नोटबंदी के बाद से आए दिन जिस तरीके से नकली नोट बरामद हो रहे हैं- वो वाकई चौंकाने वाला है ."











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