संविधान निर्माता डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी जयन्ती राष्ट्रव्यापी जनता पार्टी के मुख्यालय परिसर लखनऊ में धूमधाम से 03 दिसम्बर को मनाई गई। इस अवसर पर राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. मनोज श्रीवास्तव जी ने राजेन्द्र बाबु को संविधान निर्माता घोषित किये जाने को लेकर जनमत को इस देशव्यापी आंदोलन से जुड़ने का आह्वाहन किया। https://www.facebook.com/100006442571549/videos/1831342913757110/
साथ ही वचन दिए कि अगर राजपा उत्तर प्रदेश में सत्ता में आती है तो उत्तर प्रदेश में संविधान निर्माता के रूप में डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ही पूज्यनीय होंगे। और 03 दिसंबर राजकीय पर्व घोषित किया जायेगा। उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि भीमराव अंबेडकर जी निश्चित ही बहुत सम्माननीय व्यक्तित्व थे और संविधान निर्माण में उनका अभूतपूर्व योगदान रहा है, परन्तु संविधान निर्माण सभा के अध्यक्ष होने और और मात्र 166 दिन के अल्पकाल में दुनियां के सबसे बड़े लोकतंत्र को इस संविधान को देने का श्रेय डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी को जाता है।
यह देश का दुर्भाग्य है कि सभी नेताओं के जन्मदिन एवं पुण्य तिथि मनाये जाते हैं, लेकिन राजन बाबु को सभी ने भुला दिया। जबकि वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी को तो बड़े गर्व से इनका गुणगान करना था। राजन बाबु हों या लाल बहादुर शास्त्री दोनों ने ही विश्व में भारत का नाम ऊँचा किया। और राष्ट्र ने उसी महान व्यक्ति को भुला रखा है। ![]() |
| राजन बाबु को पुष्पांजलि अर्पित करते प्रभारी अरविन्द श्रीवास्तव |
कायस्थवाणी से चर्चा के दौरान पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरविन्द श्रीवास्तव ने कहा कि यह एक बहुत ही सरहनीय कदम है कि राष्ट्रव्यापी जनता पार्टी के प्रमुख मनोज श्रीवास्तव जी ने विगत कई दशकों से आम जन के दिल में सुलग रही इस व्यथा को पहचाना है, अब तो आरटीआई में भी खुलासा हो चुका है कि किसी भी दस्तावेज में लिखित रूप से कोई संविधान निर्माता नहीं है। क्योंकि डॉ भीमराव आंबेडकर जी को नेहरू ने डॉ राजेन्द्र बाबु से व्यक्तिगत द्वेष के कारण मौखिक रूप से संविधान निर्माता घोषित कर दिया था, परंतु अब समय आ गया है कि आम जनता के सामने इस सच्चाई को लाया जाये और इस संविधान निर्माता के असली हकदार संविधान निर्माण सभा के पूर्णकालिक अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी को संविधान निर्माता की उपाधि लिखित रूप से दिलायी जाय।
इस दौरान सोशल मीडिया पर कुछ लोगों द्वारा 03 दिसंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाए जाने की अपील पर उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि ये वो लोग हैं जो विगत कई वर्षों से वही पुरानी डफली और वही पुराना गीत आम जनता को सुनाते रहे हैं। ये लोग जनता को कबीलियाई संस्कृति से बाहर ही नहीं निकलने देते, इनको अगर वाकई में डॉ. राजेन्द्र बाबू जी को न्याय दिलाने है, तो इन्हें राष्ट्रव्यापी जनता पार्टी के इस मुहीम में खुल कर साथ देना चाहिए ताकि समाज के बीच और उन लोगों के बीच इनके प्रति अच्छा सन्देश जाये जो वास्तविक में डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी से प्रेम रखते हैं, उनके प्रति सच्ची श्रद्धा रखते हैं और उन्हें असली हकदार मानते हैं संविधान निर्माता के श्रेय के लिए।



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