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Showing posts from January, 2018

महात्मा गाँधी के विवादित रहे हैं अंतिम शब्द "हे राम"

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार  महात्मा गांधी के निजी सहायक ने करीब दो दशक पहले यह बयान देकर हलचल मचा थी कि ‘हे राम’ बापू के आखिरी शब्द नहीं थे। लेकिन जनवरी 30 को उन्होंने कहा कि उस समय उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया था। वेंकट कल्याणम 1943 से 1948 तक बापू के निजी सचिव थे। उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘मैंने कभी नहीं कहा कि गांधीजी ने ‘हे राम’नहीं बोला था। मैंने यह कहा था कि मैंने उन्हें ‘हे राम’कहते नहीं सुना...हो सकता है कि महात्मा गांधी ने वैसा कहा हो...मैं नहीं जानता।’ कल्याणम अब 96 साल के हो गए हैं और वह 30 जनवरी 1948 की उस घटना का गवाह होने का दावा करते हैं। शोरगुल के कारण मैं कुछ नहीं सुन सका उन्होंने कहा कि वह ‘घटना के बाद शोरगुल के कारण वह कुछ नहीं सुन सके। ’उन्होंने कहा, ‘महात्मा गांधी को जब गोली लगी, हर कोई चिल्ला रहा था। मैं उस शोर में कुछ नहीं सुन सका। हो सकता है कि उन्होंने हे राम बोला हो। मैं नहीं जानता।’ उन्होंने 2006 में कोल्लम में एक संवाददाता सम्मेलन में यह कह कर पूरे देश को चौंका दिया था कि जब नाथूराम गोडसे की गोलियां लगने से महात्मा गांधी गिर ग...

महात्मा गांधी के दाएं और बाएं महिलाएं रहतीं थीं, मोहन भागवत या तो अकेले रहते हैं या पुरुषों से घिरे रहते हैं: राहुल गांधी

शिलॉन्ग में राहुल गांधी ने एक कार्यक्रम के दौरान बीजेपी और आरएसएस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि हम लोग पूरे देश में आरएसएस के विचारधारा के खिलाफ लड़ रहे हैं। यह एक ऐसा विचार है जो देश पर थोपा जा रहा है।  कांग्रेस प्रेसिडेंट  राहुल गांधी  ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक यानी RSS पर लैंगिग भेदभाव को लेकर तंज कसा है। राहुल ने कहा है कि RSS में पुरुषों को ही तरजीह दी जाती है। इसके लिए उन्होंने महात्मा गांधी और मोहन भागवत के बीच तुलना कर दी। राहुल ने कहा- अगर आप महात्मा गांधी के फोटो देखें तो पाएंगे कि उनके दाएं और बाएं महिलाएं रहती थीं। लेकिन, अगर आप मोहन भागवत के फोटो देखेंगे तो पाएंगे कि या तो वो अकेले रहते हैं या फिर पुरुषों से घिरे नजर आते हैं। बता दें कि मेघालय में 27 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। RSS महिलाओं के विरोध में मेघालय में कांग्रेस 15 साल से सरकार में है। लेकिन, इस बार उसे इस नॉर्थ-ईस्ट स्टेट में बीजेपी से कड़ी चुनौती मिल रही है। राहुल गांधी ने यहां बुधवार से इलेक्शन कैंपेन शुरू किया। इस दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत भी की। राहुल गा...

कासगंज: चंदन गुप्‍ता की हत्‍या का मुख्‍य आरोपी सलीम गिरफ्तार

उत्तर प्रदेश के कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए युवक चंदन गुप्ता की हत्या का आरोपी सलीम गिरफ्तार कर लिया गया है। सलीम को कासगंज से ही गिरफ्तार किया गया है। पुलिस पिछले चार दिनों से सलीम की तलाश कर रही थी। सलीम को खोजने के लिए एसटीएफ को भी जिम्मेदारी दी गई थी।  दरअसल, गणतंत्र दिवस के दिन कासगंज में हुई सांप्रदायिक हिंसा में 22 वर्षीय चंदन की मौत हो गई थी। इसमें सलीम को मुख्य आरोपी बनाया गया था। कहा जा रहा है कि सलीम ने ही छत से चंदन के ऊपर गोली चलाई थी। 26 जनवरी के दिन कुछ लोगों द्वारा तिरंगा यात्रा निकाली जा रही थी। यात्रा के दौरान ही दो समुदायों के बीच झड़प हो गई थी। यह झड़प देखते ही देखते इतनी बढ़ गई कि इसने सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया। दोनों गुटों के बीच हुई इस झड़प में जहां चंदन की मौत हो गई थी तो वहीं अकरम नाम के एक शख्स की एक आंख फूट गई थी। कासगंज के डीएम आरपी सिंह ने चंदन की हत्या के मामले में बड़ा खुलासा करते हुए इस बात की जानकारी दी थी कि छत से गोली चलाई गई थी। पुलिस ने हिंसा भड़काने के आरोप में करीब 118 लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन...

डॉ राजेन्द्र प्रसाद के बाद नरेन्द्र मोदी मन्दिर उद्घाटनकर्ता

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार  प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेन्द्र प्रसाद के बाद प्रधानमन्त्री  नरेंद्र मोदी का नाम मन्दिर  उद्धघाटन   के लिए स्मरण किया जाएगा। अन्तर केवल इतना है कि एक ने अपने ही देश में उद्धघाटन किया और दूसरे ने देश से बाहर। दोनों ही उद्घाटनों का अपना ही अलग महत्व है। दोनों--डॉ राजन बाबू और मोदी-- ही निडर। जब तत्कालीन उप-प्रधानमन्त्री एवं गृह मंत्री सरदार पटेल की छत्रसाया में सोमनाथ मन्दिर का जीणोद्धार किए जाने पर राजन बाबू को उद्धघाटन करने का निमंत्रण दिया। जवाहरलाल नेहरू के लाख विरोध के बावजूद राजन बाबू ने उद्घाटन किया। यूँ तो नेहरू और राजन बाबू के बीच नोंकझोंक होती रहती थी। लेकिन राजन बाबू के आगे नेहरू तो क्या किसी में विरोध करने का साहस नहीं होता था।  जवाहरलाल के मन में राजन बाबू के दिल इतना अधिक द्वेष था कि राजन बाबू के कार्यकाल में ही उनका स्वास्थ्य डगमगा रहने के कारण तत्कालीन गृह मन्त्री "मामाजी" उर्फ़ लाल बहादुर शास्त्री ने नेहरूजी से कहा "डॉ साहब की तबियत चिन्ताजनक है, अगर पद पर रहते कोई अनहोनी हो गयी, तो बापू की समाधि के पास इनको भी...

मध्य प्रदेश: क्या भाजपा सरकार बनाने में सफल हो पाएगी?

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार  जहाँ तक मोदी का जादू अथवा लहर की बात है, वह मध्य प्रदेश में नहीं के बराबर होने के आसार नज़र आने लगे हैं। भ्रष्टाचार, सरकारी कामों में लापरवाही, स्थानीय नेताओं का जनसमस्याओं को अनदेखा करना, कार्यकर्ताओं को नज़रअंदाज़ करना, शिक्षा स्तर में आती गिरावट, आदि आदि के कारण ऐसा आभास होता है कि मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार को बनाए रखने में मोदी-योगी-अमित को जी-जान लगानी पड़ेगी, अन्यथा सत्ता कांग्रेस के हाथों में जाती दिख रही है। भ्रष्टाचार और प्रशासनिक स्तर की लापरवाही राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा 5 वर्षों से लम्बित ऑडिटोरियम के हो निर्माण का निरीक्षण करने पर सामने आ गया है। मुख्यमंत्री को केवल शिलान्यास पत्थर पर अपने नाम अंकित होने से मतलब, बाकी जाए भ्रष्टाचार की झोली में।  गुजरात तो जैसे-तैसे बचा लिया। लेकिन मध्य प्रदेश में सत्ता हाथ से फिसलती जान पड़ रही है। अभी हुए निकाय चुनावों को आधार माना जाए, तो शंका गलत सिद्ध होती नहीं दिखती। गुजरात में बराबर की टक्कर देकर नए अध्यक्ष राहुल गाँधी ही नहीं अपितु समस्त कांग्रेस के हौंसले बुलन्द है। पाटीदार आंदो...

सीलिंग मुद्दे पर भाजपा और आम आदमी पार्टी का राजनीति खेल

दिल्ली में सीलिंग पर बीजेपी और आप में राजनीति हो रही है. दोनों ही सीलिंग की ज़िम्मेदारी एक दूसरे पर डालकर व्यापारियों और आम जनता के गुस्से से बचना चाहते हैं. इसी के तहत सोमवार शाम को पहले बीजेपी ने मीडिया को न्योता भेजा और कहा कि ’30 जनवरी सुबह 9 बजे दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल दिल्ली के मुख्यमंत्री के निवास स्थान सिविल लाइन्स पर सीलिंग मुद्दे के समाधान पर चर्चा करने और उनको इस मामले में उनकी जिम्मेदारी का एहसास कराने पहुंचेगा. दिल्ली में चल रही सीलिंग पर दिल्ली की राजनीति में तूफान आया हुआ है. दिल्ली में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकार सीलिंग के लिए बीजेपी को जिम्मेदार मान रही है तो बीजेपी इसके लिए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दोषी ठहरा रही है. सोमवार को 'आप' कार्यकर्ताओं ने इस मुद्दे पर जंतर-मंतर पर प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं का आरोप है कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने पर भी पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज किया. उधर, आज मंगलवार को बीजेपी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मिला. प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी सांसद मीनाक्षी लेखी, व...

झारखंड की प्रेरणा सिंह नए वीडियो में कुछ यूं लगाएंगी आग

भोजपुरी सिंगर आशी तिवारी जल्दी ही हिंदी वीडियो सॉन्ग में बतौर एक्टर दिखाई देंगे।  कई नामी प्रोडक्ट में बतौर मॉडल काम कर चुकी प्रेरणा सिंह अब बेहद ही हॉट वीडियो सॉन्ग में नजर आएंगी। हलांकी वीडियो अभी लॉन्च नहीं हुआ है लेकिन उससे पहले से ही प्रेरणा चर्चा में हैं। चर्चा इसलिए हो रही है क्योंकि इस गाने में प्रेरणा बेहद ही हॉट अंदाज में नजर आएंगी। उनके साथ भोजपुरी गाने में नाम कमा चुके आशी तिवारी भी नजर आएंगे। प्रेरणा सिंह फिल्म में तूने न जाना मेरा प्यार गाने में बेहद ही हॉट लुक में नजर आएंगी। इसे निर्देशित किया है अंगद ओझा ने, जिन्होंने तेलुगु फिल्मों में बतौर एक्टर और डायरेक्टर काम किया है।  इसकी शूटिंग हाला ही में हैदराबाद की कई लोकेशंस पर की गई है। आशी के साथ एक्ट्रेस प्रेरणा सिंह का हॉट अंदाज दिखेगा।  आशी तिवारी के साथ इस सॉन्ग में एक्ट्रेस प्रेरणा सिंह नजर आने वाली हैं। उन्होंने काफी बोल्ड अंदाज में इस सॉन्ग की शूटिंग की है। - टी-सीरीज के बैनर तले बने इस सॉन्ग की लॉन्चिंग वेलेंटाइन डे पर की जाएगी। चर्चा है कि सॉन्ग में साउथ इंडियन फिल्मों के कुछ कलाकार भी मेहमा...

क्या लाशों पर 56 भोग बनाने गए थे? लानत है ऐसी नेतागिरी पर!!!

                                                               यह तस्वीर दैनिक जागरण अखबार में छपी है। आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार   एक तरफ उत्तर प्रदेश मुख्यमन्त्री योगी आदित्यनाथ घटना की गम्भीरता को देखते हुए आरोपियों को दण्डित करने पुलिस पर दबाव बना रहे हैं, तो दूसरी तरफ उन्ही की पार्टी के नेता इस घटना पर मालपुए खाने को तत्पर हैं। लगता है ये नेता लाशों पर मालपुए खाने वालों में से है, जो दैनिक जागरण में प्रकाशित उनकी फोटो प्रमाणित कर रही है। देखिए ऊपर चित्र में इन बेशर्मों को, किस तरह मुस्करा रहे हैं? दिख रहा है कोई शोक? क्या यही हैं इन बेशर्म नेताओं के संस्कार? ये वो बेशर्म भाजपा नेता है, जो अपने ही प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी के मार्ग में अवरोध उत्पन्न कर रहे हैं। लगता है इन बेशर्म नेताओं को मोदी और योगी के आचरण का पता नहीं? ऐसे ही नेताओं के आचरण के कारण भाजपा प्रदेश में बार-बार पराज...

कासगंज घटना एक कलंक, सरकार उठाए कड़े कदम -- राज्यपाल राम नाईक

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार  गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के कासगंज में फैली हिंसा अब थम गई है। शहर अब धीरे-धीरे सामान्य स्थिति की तरफ लौट रहा है। इसी बीच उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने बड़ा बयान दिया है। राज्यपाल ने कहा कि जो कासगंज में हुआ है वो किसी को भी शोभा नहीं देता है। राम नाईक ने कड़ा बयान देते हुए कहा कि कासगंज की यह घटना उत्तर प्रदेश के लिए कलंक साबित हुई है। सरकार उसकी जांच कर रही है।  उन्होंने कहा कि सरकार को ऐसे कदम उठाने चाहिए जिससे दोबारा ऐसा कुछ ना हो। गौरतलब है कि कासगंज हिंसा पर राज्यपाल का यह बयान योगी सरकार के लिए एक कड़ा संदेश साबित हो सकता है।  आज कासगंज काण्ड नहीं होता।  मुज़फ्फरनगर दंगे में, यदि तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आर्मी द्वारा तलाशी अभियान में बाधा नहीं डाली होती, और मुलायम सिंह ने उस पुलिस अधिकारी जिसने कहा था "पहले मै मुसलमान हूँ और बाद में पुलिस अधिकारी" की पीठ थपथपाने की बजाए, उस पर सख्त कार्यवाही की होती तो आज कासगंज काण्ड नहीं होता।  अब वर्तमान मुख्यमंत्री यो...

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To write on general topics and specially on films;THE BLOGS ARE DEDICATED TO MY PARENTS:SHRI M.B.L.NIGAM(January 7,1917-March 17,2005) and SMT.SHANNO DEVI NIGAM(November 23,1922-January24,1983)