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Showing posts from June, 2018

मोदी जी बीजेपी को ऐसे अहंकारी नेताओं से बचाइए!

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत  का एक वीडियो इन दिनों वायरल हो रहा है, जिसमें वो अपने पास फरियाद लेकर आई एक बुजुर्ग महिला को डांटकर भगा रहे हैं। इस विधवा महिला टीचर की मांग सिर्फ इतनी थी कि उसका तबादला घर के पास कर दिया जाए ताकि वो अपने बच्चों को ठीक से पाल सके। इस पर मुख्यमंत्री रावत का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और उन्होंने महिला को गिरफ्तार करने के आदेश दे दिए। दरअसल पिछले कुछ वक्त में बीजेपी के ऐसे कई नेता सामने आ रहे हैं जिनके सिर पर सत्ता का घमंड सवार है। इनमें कई वरिष्ठ मंत्री और मुख्यमंत्री भी शामिल हैं। यदि इन सबकी गंम्भीरता से सूची बनाई जाए, एक लम्बी सूची बन सकती है। समय रहते, इन पर नकेल नहीं डाली गयी, 2019 में आपके लिए मुश्किलें पैदा कर सकते हैं। हैरानी की बात है कि जनता के साथ ऐसी बदसलूकियां करने वाले कुछ नेता ऐसे भी हैं जिनकी कोई राजनीतिक हैसियत नहीं है। ये नेता अपने दम पर खुद अपनी सीट भी नहीं जीत सकते। एक नजर ऐसे ही कुछ बदमिजाज और घमंडी नेताओं पर। त्रिवेंद्र सिंह रावत, मुख्यमंत्री, उत्तराखंड बीते कुछ समय से यह बात सामने आ रही थी कि उत्तराखंड के स

क्‍यों दी जाती है ब्राह्मण को दक्ष‍िणा?

दान-पुण्य करते वक्त ब्राह्मणों को दक्षिणा दी जाती है। बदलते परिवेश में, आजकल इस दक्षिणा से मतलब महंगे सामान या रुपयों से है। लेकिन प्राचीन काल में शिक्षा पूरी होने के बाद विद्यार्थी अपने गुरुओं को दक्षिणा दिया करते थे। जैसे एकलव्य ने अपने गुरु ‘द्रोण’ को दक्षिणा में अपना अंगूठा काटकर दे दिया था। ऐसे ही बाकि छात्र भी अपनी-अपनी योग्यता के हिसाब से अपने गुरु को कुछ ना कुछ दान में अवश्य दिया करते थे। ये दक्षिणा देने की प्रथा कहां से शुरु हई? इसके पीछे क्या कारण है? इन प्रश्नों के जवाब आपको इस कथा में मिल जाएंगे। यह प्राचीन कथा श्री कृष्ण और लक्ष्मी जी से जुड़ी हुई है। गोलोक में भगवान कृष्ण को सुशीला नामक गोपी बहुत पसंद थी। वह उसकी विद्या, रुप और गुणों से प्रभावित थे। सुशीला राधाजी की ही सखी थीं। श्रीकृष्ण द्वारा सुशीला को पसंद करने की बात राधा को पसंद नही थी। इसीलिए उन्होंने सुशीला को गोलोक से बाहर निकालवा दिया। इस बात से सुशीला को बहुत दुख हुआ और वो कठिन तप करने लगी। इस तप से वो विष्णुप्रिया महालक्ष्मी के शरीर में प्रवेश कर गईं। इसके बाद से विष्णु जी द्वारा देवताओं को यज्ञ का फल म

'तीन तलाक' के बाद 'हलाला' बैन कराना चाहती है केंद्र सरकार

केंद्र सरकार इस्लाम में  तीन तलाक  को खत्म करने के बाद "निकाह  हलाला"  की प्रथा पर रोक लगाने की कोशिश में है. इस प्रथा पर रोक के लिए भी सरकार कोर्ट का सहारा ले रही है. कानून मंत्रालय के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि सरकार सुप्रीम कोर्ट में निकाह हलाला की प्रथा का विरोध करेगी, जब शीर्ष अदालत आने वाले दिनों में इसकी कानूनी वैधता की पड़ताल करेगी. ‘निकाह हलाला’ मुसलमानों में वह प्रथा है जो समुदाय के किसी व्यक्ति को अपनी तलाकशुदा पत्नी से फिर से शादी करने की इजाजत देता है. मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि सरकार का मानना है कि यह प्रथा ‘लैंगिक न्याय’ (जेंडर जस्टिस) के सिद्धांतों के खिलाफ है और उसने इस मुद्दे पर शीर्ष कोर्ट में अपना रूख स्पष्ट कर दिया था.  हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने तब सिर्फ फौरी ‘तीन तलाक’ के मुद्दे पर सुनवाई करने का फैसला किया था, जबकि निकाह हलाला और बहुविवाह प्रथा पर अलग से विचार करने का फैसला किया था. मार्च में सुप्रीम कोर्ट ने निकाह हलाला और बहुविवाह प्रथा पर केंद्र को नोटिस जारी किया था. अधिकारी ने कहा कि सरकार का रुख एक जैसा है. भारत सरकार इस प्रथा के खिला

माथे पर तिलक, हाथ में कलावा बांधकर युवक ने छुपाया धर्म

उत्तर प्रदेश के बरेली में शादी का झांसा देकर धाोके से संबंध बनाने का मामला सामने आया है । पीडिता ने आईजी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है । पीडिता ने आरोप लगाया है कि, आरोपी शादी का झांसा देकर उसके साथ बलात्कार करता रहा । बच्चा पैदा होने के बाद भी आरोपी ने उसे अपनाया नहीं । पीडिता ने बताया कि आरोपी ने अपना धर्म भी गलत बताया था । जिम में हुई थी दोस्ती पीडित युवती ने आईजी को बताया कि, उसकी आरोपी युवक गोलू से पहली मुलाकात एक जिम में हुई थी । गोलू के माथे पर टीका और हाथ में कलावा बंधा हुआ था । पहले उसने दोस्ती की और फिर शादी का झांसा देकर बलात्कार किया । युवती ने जब शादी का दबाव बनाया तो आरापी ने बताया कि वो गोलू नहीं आमिर है । लडकी की आरोप है कि लडके ने उससे धर्म बदलने और गाोमांस खाने के लिए भी कहा था । पीडिता का कहना है कि, आमिर उसे धमका रहा है और २० लाख रुपए लेकर वो छुटकारा चाहता है । युवती का कहना है कि उसकी एक साल की मासूम बच्ची और उसकी जान को खतरा है । अगर उसे पुलिस से न्याय नहीं मिला तो वो लखनऊ जाकर मुख्यमंत्री योगीजी से न्याय की गुहार लगाएगी । आईजी रेंज ध्रुवकांत ठाकुर का क

मंदसौर में बच्ची से निर्भया जैसी हैवानियत: जान बचाने के लिए आंतें काटनी पड़ीं, चेहरे पर दांत से काटने के निशान

मंदसाैर में मासूम को न्याय दिलाने के लिए सड़क पर उमड़ा जनसैलाब मंदसौर में स्कूल की छुट्टी के बाद 7 साल की एक बच्ची को अगवा कर उससे दुष्कर्म किया गया। उससे इतनी हैवानियत की गई कि डॉक्टर भी कांप गए। दर्द से कराहती कुछ देर के लिए बस आंख खोलती है। सिरहाने बैठे पिता से सिर्फ इतना बोली कि वह हाथ पकड़कर ले गया था। वहीं मां उसे पथराई आंखों से एकटक देखती रहती है। उसके चेहरे पर जगह-जगह दांत से काटने के निशान हैं। रैक्टम (मलाशय) बुरी तरह फट गया है। अन्य प्राइवेट पार्ट लहूलुहान हैं। अाराेपी इरफान को पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है घटना जून 26 शाम की है। बच्ची को मंदसौर जिला अस्पताल से बुधवार शाम को ही इंदौर के एमवाय अस्पताल रैफर किया गया था। रात में ही डॉक्टरों को ऑपरेशन करना पड़ा। आंतों को काटकर बाहर एक रास्ता बनाकर प्राइवेट पार्ट्स को रिपेयर किया गया। नाक पर जख्म इतने गहरे कि ट्यूब लगानी पड़ी और मुंह के घावों को ढंकने के लिए ल्यूकोप्लास्टी की गई। सामूहिक ज्यादती के विरोध में जून 28 को मंदसौर बंद रहा। भारी आक्रोश के चलते पुलिस आरोपी  इरफान खान  को कोर्ट में पेश नहीं कर पाई। शाम को पुलिस ने ज

कांग्रेस प्रवक्ता पद के लिए टेस्ट का पेपर लीक

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार  उत्तर प्रदेश में कांग्रेस प्रवक्ता बनने  के लिए एक लिखित परीक्षा आयोजित की गई। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस परीक्षा का पेपर पहले ही लीक हो चुका था। जबकि कांग्रेस प्रवक्ताओं के लिए हुई इस परीक्षा को टॉप सीक्रेट रखा गया था, लेकिन इसके प्रश्नपत्र से लेकर गूगल से निकाले गए उत्तर तक पहले से कुछ लोगों तक पहुंच गए। अब प्रश्न यह है कि सीक्रेट पेपर कैसे लीक हो गया? क्या कांग्रेस में गोपनीय नाम की कोई चीज़ नहीं? देखना यह कि क्या पार्टी अध्यक्ष राहुल गाँधी पेपर लीक करने वाले के विरुद्ध कोई कार्यवाही करते है अथवा नहीं? यह परीक्षा जून 28 की दोपहर ढाई बजे हुई थी, जबकि इसके सवाल कुछ समय पहले से ही कुछ नेताओं के पास पले से मौजूद थे। कुल 70 लोगों ने ये परीक्षा दी है जिसमे से करीब दर्जन भर लोगों को चुना जाना है। कांग्रेस के कई पुराने चेहरे भी टेस्ट देने वालों में शामिल थे। जबकि इंटरव्यू और लिखित परीक्षा लेने की जिम्मेदारी प्रियंका चतुर्वेदी और रोहन गुप्ता पर थी। प्रवक्ता के इम्तिहान में धांधली! सूत्रों के मुताबिक प्रवक्ता पद के लिए परीक्षा के नाम से ही कई क

बड़ा फैसला: अब पाकिस्‍तान में सत्‍ता किसके हाथ?

पाकिस्‍तान की सियासत में एक-एक करके बड़े सियासतदानों का पत्‍ता साफ हो रहा है। यही वजह है कि इस बार आम चुनाव के बाद पाकिस्‍तान की कमान किसी नए चेहरे को मिलनी तय है। काफी हद तक यह मुमकिन है कि पाकिस्‍तान की सत्‍ता के शीर्ष पर आने वाला यह चेहरा पहली बार सत्‍ता पर काबिज होगा। इसकी वजह  है कि एक-एक कर देश की सियासत में अहम किरदार निभाने वाले चेहरे इस बार चुनाव से बेदखली का दर्द महसूस कर रहे हैं। इसमें सबसे ताजा नाम पाकिस्‍तान के पूर्व प्रधानमंत्री खाकन अब्‍बासी का है। चुनाव न्यायाधिकरण ने उनको रावलपिंडी से भी चुनाव लड़ने से रोक दिया। इस्लामाबाद से अब्बासी का पर्चा खारिज होने के एक दिन बाद उन पर यह रोक लगाई गई है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश से पूर्व सैन्य शासक परवेज मुशर्रफ का नामांकन खारिज किया जा चुका है। नवाज शरीफ का चैप्‍टर पाकिस्‍तान की सियासत में पहले ही क्‍लोज हो चुका है। इतना ही नहीं जिन पर वह सबसे ज्‍यादा भरोसा करते थे वह भी इस चुनाव में खड़े नहीं हो सकते हैं। इनमें उनकी बेटी मरियम का नाम है। इसके अलावा उनकी पत्‍नी कुलसुम की हालत बेहद नाजुक है, लिहाजा वह भी चुनाव से बाहर है

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shannomagan
To write on general topics and specially on films;THE BLOGS ARE DEDICATED TO MY PARENTS:SHRI M.B.L.NIGAM(January 7,1917-March 17,2005) and SMT.SHANNO DEVI NIGAM(November 23,1922-January24,1983)