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Showing posts from January, 2022

अपर्णा सेन की फिल्म 'दी रेपिस्ट', जिसमें रेप करने वाला विलन नहीं शोध का विषय है

  फिल्म 'दी रेपिस्ट' के एक सीन में कोंकणा सेन शर्मा. दिग्गज एक्ट्रेस और फिल्ममेकर अपर्णा सेन ने अपने करियर की तीसरी हिंदी फिल्म बनाई है. इस फिल्म का नाम है The Rapist. इस फिल्म की चर्चा अभी इसलिए हो रही है क्योंकि इसे दुनिया के प्रतिष्ठित बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में वर्ल्ड प्रीमियर के लिए चुना गया है. साथ ही इसे किम जी-सिओक अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट भी किया गया है. BIFF ने प्रीमियर से पहले ‘दी रेपिस्ट’ का ऑफिशियल ट्रेलर रिलीज़ किया है, जिसे आप नीचे दिए लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं- #  ‘दी रेपिस्ट’ की कहानी दो महिलाओं के बारे में है, जो ठंड की एक रात में अपने घर से बाहर किसी जगह पर हैं. वहां उन्हें दो मनचले बाइक सवार लड़के छेड़ने की कोशिश करते हैं. वो महिलाएं इन लड़कों को बच्चा समझकर डपट देती हैं. मगर अगले दिन सुबह पुलिस को एक सुनसान इलाके में दो बेहोश महिलाएं मिलती हैं. उन महिलाओं के आसपास उनकी कुछ निजी चीज़ें और अंगवस्त्र भी पाए जाते हैं. छानबीन के बाद पुलिस को ये समझने में देर नहीं लगती है कि ये रेप का मामला है. उन महिलाओं के साथ इस तरह की हरकत करने वाला एक लड़का पकड़ा

'सेक्स की लत से लड़कियां लेस्बियन हो जाती हैं': MBBS कोर्स में पढ़ाया जा रहा था ये कचरा

       LGBT समुदाय के खिलाफ अपमानजनक पाठ्यक्रम की बात कहते हुए दो NGO ने इसके खिलाफ केरल हाई कोर्ट में         याचिका डाली है. LGBTQ+ समुदाय से जुड़ी एक याचिका पर केरल हाई कोर्ट ने अंडर ग्रेजुएशन मेडिकल एजुकेशन बोर्ड से जवाब मांगा है। याचिका में कहा गया है कि MBBS की किताबों में LGBT समुदाय के लोगों को गलत तरीके के पेश किया गया है। उनके खिलाफ अतार्किक डर पैदा किया जा रहा है। लाइव लॉ की रिपोर्ट के मुताबिक, केरल हाई कोर्ट ने इस पूरे मामले को गंभीर बताया है। इस याचिका को दो NGO क्वीरिदम और दिशा की तरफ से दायर किया गया है। क्वीरिदम LGBT समुदाय और दिशा अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के लिए काम करता है।  अवैज्ञानिक पाठ्यक्रम लाइव लॉ की रिपोर्ट के अनुसार, याचिका में बताया गया है कि मेडिकल एजुकेशन बोर्ड की किताबों में LGBT समुदाय के लोगों की लैंगिक और यौन पहचान को अपराध के तौर पर पेश किया गया है। यही नहीं, इसे मानसिक बीमारी और यौन विकृति भी बताया गया है। याचिका में आगे कहा गया कि इस तरह की बातें संविधान के अनुच्छेद 21 और 14 का उल्लंघन करती है।  साथ ही साथ LGBT समुदाय से आने वाले लोगों के साथ भेदभा

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shannomagan
To write on general topics and specially on films;THE BLOGS ARE DEDICATED TO MY PARENTS:SHRI M.B.L.NIGAM(January 7,1917-March 17,2005) and SMT.SHANNO DEVI NIGAM(November 23,1922-January24,1983)