देश में कांग्रेस का शासन काल घोटालों से भरा हुआ रहा। एक घोटाला जो कांग्रेस के 70 सालों के शासन में किए गए घोटालों के बराबर नहीं हो सकता क्योंकि यह उससे भी बहुत बड़ा घोटाला है। इस घोटाले का नाम है- भगवा आतंकवाद। सरकार प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा का वचन देती है लेकिन कांग्रेस ने देश के नागरिकों के साथ क्या किया? कांग्रेस प्रारम्भ से ही हिन्दू संगठनों का विरोध करती रही है। हिन्दू सभा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, शिव सेना, विश्व हिन्दू परिषद् आदि अनेको हिन्दू स्वयंसेवी संस्थाएँ भारत में थीं, लेकिन तुष्टिकरण के चलते कांग्रेस किसी न किसी बहाने इन संगठनों का विरोध कर इनकी छवि धूमिल करने में व्यस्त रही। दुःख इस बात का है, कि सत्ता के भूखे हिन्दू इस नेहरू गाँधी की चापलूसी में लगे रहे। कहने को तो आज उनको बहुत दूरगामी नेताओं में शुमार किया जाता है, परन्तु थे बहुत मंदबुद्धि। किसी भी नेता ने नेहरू परिवार की वास्तविकता को सार्वजनिक करने का प्रयास तक नहीं किया। यहाँ फ्रेंच ज्योतिष नॉस्त्रेदमस की 1555 में की गयी भविष्यवाणी चरितार्थ होती है कि भारत स्वतंत्र होने उपरांत पुनः गुलाम होगा औ...