बेटी बोलकर डायरेक्टर ने बनाया सेक्स स्लेव; हेयर ड्रेसर से लेकर जूनियर आर्टिस्ट तक, मलयालम इंडस्ट्री में लड़के भी शिकार… अभिनेत्री ने बताया
मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन शोषण के आरोपों के बाद प्रदर्शन (फोटो साभार: CBS News)
अगस्त 2024 में हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आई, जिसके बाद पूरी मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में हंगामा मच गया। केरल की फिल्मी दुनिया से जुड़े कलाकारों के यौन शोषण, उत्पीड़न, छेड़छाड़, कास्टिंग काउच के मामले निकलकर सामने आने लगे। अब तक करीब 2 दर्जन मामले सामने आ चुके हैं, तो हेमा कमेटी की रिपोर्ट में कई कलाकारों ने अपनी उत्पीड़न को साझा किया है।
इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद कुछ कलाकार खुलकर सामने आए और आरोपितों को सार्वजनिक रूप से कटघरे में खड़ा कर दिया। फिल्मी दुनिया के ऐसे कलाकारों, डायरेक्टरों पर आरोप लगे, जो अब तक उस दुनिया के सबसे बड़े चेहरे के तौर पर जाने जाते थे। इनमें रंजीत जैसे निर्देशक, वीनू जैसे प्रोड्यूसर, जयसूर्या और सिद्दीकी जैसे बड़े एक्टर का नाम सामने आया।
इस बीच, भास्कर की पत्रकार शिवांगी सक्सेना ने केरल की यात्रा की और कई पीड़ितों की आपबीती अपनी रिपोर्ट के माध्यम से साझा की। पीड़ितों ने बताया है कि कैसे उत्पीड़कों के सामने न झुकने और उनके साथ न सोने पर उन्हें फिल्म इंडस्ट्री से ही बैन कर दिया गया। चूँकि ये मामले यौन उत्पीड़न के हैं, इसलिए पीड़ितों के नाम बदल दिए गए हैं। ऑपइंडिया उनमें से कुछ पीड़ितों की आपबीती साझा कर रहा है।
11वीं की छात्रा से प्रोड्यूसर ने माँगा सेक्सुअल फेवर
मलयालम फिल्म एक्ट्रेस और स्क्रीन राइटर वेदिका (बदला हुआ नाम) ने बताया कि साल 2004 में, जब वो सातवीं कक्षा में थी, तो चाइल्ड एक्ट्रेस के रोल के लिए अपने पिता के साथ एक ऑडिशन में हिस्सा लेने पहुँची थी। वहाँ एक असिस्टेंट डायरेक्टर ने उन्हें फुसलाने और फिर उनके रेप की कोशिश की। किसी तरह से वो बचकर भागी और पिता को बताया, जिसके बाद से उनके घर वालों ने एक्टिंग से दूर रहने की हिदायत दे दी। लेकिन जब वो 11वीं कक्षा में थी, तो जाने माने फिल्म प्रोड्यूसर वीनू के बारे में सुना। वो एक फिल्म के लिए नए चेहरों की तलाश कर रहे थे। किसी संपर्क के जरिए वीनू से संपर्क किया गया, तो वो सीधे एक्ट्रेस के घर ही पहुँच गए। कुछ सीन की एक्टिंग के ट्रायल के बाद प्रोड्यूसर वीनू उन्हें उनके ही मम्मी-पापा के सामने दूसरे कमरे में लेकर गए और फिर फिल्म में काम देने के बदले सीधे सेक्सुअल फेवर माँग लिया।
एक्ट्रेस ने अपनी आपबीती हेमा कमेटी के सामने भी बयाँ की है। एक्ट्रेस ने बताया, ‘वीनू की सेक्सुअल डिमांड के बारे में माता-पिता को बताया तो उन्हें अपनी ही बेटी पर यकीन नहीं हुआ। वहीं, वीनू मेरे पिता पर दबाव डालते रहे, लेकिन मैंने मना कर दिया।’ इसके बाद इंडस्ट्री में करीब 9 फिल्मों में काम करने के बाद एक्ट्रेस ने इंडस्ट्री ही छोड़ दी। पढ़ाई की और शादी भी हो गई। कई सालों के बाद वो डिप्रेशन में जाने लगीं, तो डॉक्टरों की सलाह पर एक बार फिर से साल 2018 में इंडस्ट्री में वापसी की, लेकिन स्क्रीन राइटर के तौर पर। उन्होंने अपने एक्टिंग के सपनों को ही मार दिया।
एक्ट्रेस वेदिका ने कहा, “अब कास्टिंग काउच का तरीका बदल रहा है। पहले वो आपकी तारीफ करेंगे और बड़े-बड़े सपने दिखाएँगे, और जब आप बड़े सपनों में खोने लगेंगे, तो उन्हें पूरा करने के लिए आपसे सेक्सुअल फेवर माँगा जाएगा।” उन्होंने कहा कि मतलब निकल जाने (संबंध बन जाने) के बाद कोई एक्टर-डायरेक्टर पलटकर देखता तक नहीं और न ही फोन उठाता है।
वेदिका अब केरल की फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं के अधिकारों के लिए काम करने वाली संस्था वूमेन कलेक्टिव इन सिनेमा (CWW) से जुड़ी हैं। इसका गठन साल 2017 में मलयालम फिल्मों में सुपरस्टार की हैसियत रखने वाले दिलीप द्वारा बड़ी एक्टर भावना पर हमला करवाने के मामले के सामने आने के बाद हुआ था। ये संस्था महिलाओं से जुड़े मुद्दों को उठाती रही है। इसी संस्था की माँग पर केरल की सरकार ने हेमा कमेटी गठन किया था, जिसकी रिपोर्ट सालों तक दबी रही और जब अब सामने आई है, तो मलयालम फिल्म इंडस्ट्री के स्याह पक्ष को सामने रख रही है। हालाँकि वेदिका ने ये भी कहा कि उन्होंने जब वूमेन कलेक्टिव इन सिनेमा नाम की इस महिलावादी संस्था के साथ अपना नाता जोड़ा, तो इंडस्ट्री से उनका लगभग बहिष्कार ही कर दिया गया।
हैरानी की बात ये है कि एक्टर दिलीप ने जिस एक्ट्रेस भावना पर हमला कराया, उस पीड़ित एक्ट्रेस को मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से ही 5 सालों तक दूर रहना पड़ा, वहीं जेल में रहकर लौटा दिलीप एक से बढ़कर एक बड़ी फिल्में कर रहा है। जेल में कुछ दिन बिताने के अलावा उसका कुछ नहीं बिगड़ा, भले ही उसे इंडस्ट्री में ब्लैकलिस्टेड करने जैसी बातें हुई हो, लेकिन दिलीप इंडस्ट्री में फिर से उसी ताकत के साथ काम कर रहा है, जबकि करीब 5 साल बाद मलयालय सिनेमा में लौटी भावना महज 2 ही फिल्में कर सकीं।
जयसूर्या ने अपनी ओर खींचा, मना करने पर इंडस्ट्री से हुई बैन
जूनियर आर्टिस्ट संजना ने हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आकर खुल कर अपनी आपबीती मीडिया के सामने रखी है। उन्होंने बड़े एक्टरों में गिने जाने वाले जयसूर्या की सच्चाई बयाँ की। संजना डेढ़ दशक से इंडस्ट्री में हैं। साल 2012 में उनकी पहली फिल्म रिलीज हुई थी। अगले साल यानी 2013 में वो डायरेक्टर अविरा रिबेका की फिल्म पिगमैन की शूटिंग कर रही थी, तभी डायरेक्टर ने उन्हें एक्टर जयसूर्या और एक्ट्रेस राम्या नसीबन से मिलवाया था। पिगमैन फिल्म में ये दोनों लीड रोल में थे। यहाँ से संजना के साथ जो-कुछ भी बीता, वो बेहद परेशान करने वाला रहा।
संजना ने कहा, “एक बाद मैं मेकअप के बाद सेट पर जा रही थी, तभी जयसूर्या ने मुझे अपनी ओर खींच लिया। मैं रोने लगी और धक्का दी, तब जयसूर्या ने मुझे छोड़ा। लेकिन जयसूर्या मेरी तारीफ करके मुझे फाँसने की कोशिश करता रहा। उसने मुझे कहा कि वो मुझे पसंद करता है, साथ ही ‘आई लव यू’ भी कहा, जबकि वो शादीशुदा था।” संजना ने कहा कि उन्होंने अपने पति से भी ये बात बताई थी, जिसके बाद पति ने कहा था कि जयसूर्या बड़ा आदमी है, हम उसका कुछ नहीं कर सकते।
इस घटनाक्रम के बाद संजना को काम मिलना बंद हो गया। यहाँ तक कि साल 2018 में उन्हें जब एक फिल्म ‘वासवदता’ के लिए चुना गया और पोस्टर तक जारी हो गए, तब उस फिल्म के एक प्रोड्यूसर ने मेरे साथ ‘एडजस्टमेंट’ की बात की। संजना ने कहा, “इंडस्ट्री में 2013 की घटना के बाद काम मिलना बंद हो गया। पति की 2015 में मौत हो गई। मुझे ज्यादा उम्र का बोलकर फिल्मों से निकाल दिया गया, लेकिन वासवदता फिल्म के प्रोड्यूसर ने मुझे अपने साथ सोने का ऑफर दिया। मैंने मना कर दिया। मुझे बाद में ये कहकर निकाल दिया गया, कि मैं रोल के लिए फिट ही नहीं हूँ।”
संजना ने सुपरस्टार ममूटी की फिल्म से जुड़ा किस्सा बताया। संजना ने कहा, “साल 2019 में डायरेक्टर बलसि थॉमस ममूटी के साथ फिल्म बना रहे थे। ममूटी के साथ काम करने का मेरा सपना था। मुझे फिल्म में कैंसर के मरीज का रोल करना था। मुझे कहा गया कि मेरा वजन ज्यादा है। 1 महीने में 10 किलो वजन करने का टारगेट दिया गया। मैंने खूब मेहनत की, लेकिन वजन कम नहीं हुआ। जिसके बाद मैंने 2-3 सर्जरी कराई। पेट से फैट निकाला गया, ब्रेस्ट की भी सर्जरी हुई, इसके बावजूद मेरे हाथ से रोल निकल गया, जबकि सर्जरी के साइड इफेक्ट्स मैं आज तक झेल रही हूँ।”
डायरेक्टर रंजीत ने की ‘कुकर्म’ की कोशिश
मलयालम इंडस्ट्री में स्ट्रगल कर रहे एक्टर्स के साथ और भी बुरा व्यवहार होता है। आसिफ नाम के एक्टर ने बताया कि वो सिनेमा लाइन में आने से पहले ही कास्टिंग काउच का शिकार हो गए थे और उनका शिकार करने वाला कोई और नहीं, बल्कि मलयालम इंडस्ट्री के सबसे बड़े डायरेक्टर में से एक रंजीत ही थे। बता दें कि रंजीत कुछ दिन पहले तक मलयालम सिनेमा से जुड़ी सरकारी संस्थान चित्रलेखा के अध्यक्ष थे, लेकिन यौन शोषण के आरोपों के बाद उन्हें अपना पद छोड़ना पड़ा।
आसिफ नाम के एक्टर ने बताया, “साल 2012 में रंजीत की फिल्म की शूटिंग देखने गया था। भीड़ में कहीं से रंजीत की नजर मुझपर पड़ गई। एक क्रू मेंबर के सहारे रंजीत ने मुझे बुलाया और फिल्म में रोल देने की पेशकश की। उसी क्रू मेंबर ने मुझे ऑडिशन के लिए रंजीत के होटल में छोड़ दिया। वहाँ रंजीत ने अपना नंबर टिश्यू पेपर पर लिखकर दिया और हिदायत दी कि सिर्फ मैसेज करना है, कॉल नहीं। इसके बाद रंजीत ने मुझे बेंगलुरु बुलाया और होटल में गलत तरीके से सीढ़ियों के रास्ते चौथे फ्लोर पर एंट्री दिलाई, क्योंकि होटल स्टाफ ने सामने से एंट्री देने से मना कर दिया।” इसके बाद आसिफ ने जो कुछ कहा, वो हैरान करने वाला है।
आसिफ ने कहा, “रंजीत ने मुझसे कपड़े उतारने को कहा और कहा कि वो रंजीत की बॉडी देखना चाहते ङैं। रंजीत ने मेरी तारीफ की और मुझे गलत तरीके से छूने लगे। उन्होंने जबरदस्ती मेरे कपड़े उतरवाए और तस्वीर खींचकर एक एक्ट्रेस को भेजी।” आसिफ ने कहा कि “मैंने साल 2015 में मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन (AMMA) में रंजीत की शिकायत के लिए संपर्क किया। वहाँ AMMA के जनरल सेक्रेटरी एडवेला बाबू मिले। उन्होंने मदद का भरोसा दिया। कुछ समय बाद उन्होंने मेरी तस्वीरें माँगी और काम दिलाने का भी भरोसा दिया। उन्होंने मुझे कोच्चि बुलाया, लेकिन मैं समझ गया था कि वो भी रंजीत की तरह मुझे इस्तेमाल करना चाहते थे। मैं नहीं गया। हेमा कमेटी की रिपोर्ट सामने आने के बाद मैंने बड़ी हिम्मत करके अपनी आपबीती सार्वजनिक की है।”
भास्कर की रिपोर्ट में मेकअप आर्टिस्ट को इंडस्ट्री से बैन करने वाली आपबीती भी साझा की गई है। वहीं, विद्या नाम की एक्ट्रेस ने बताया कि कैसे सेक्सुअल फेवर के लिए कलाकारों को अप्रोच किया जाता है। विद्या ने एक्टर एलिन्सिएर लोपेज पर यौन हमले का आरोप लगाया है। उन्होंने एलिन्सिएर लोपेज के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज कराई है। विद्या ने बताया कि लोपेज साल 2018 में एक फिल्म की शूटिंग के दौरान रात के समय मेरे कमरे में घुस आया और मेरे साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। मैंने विरोध किया, तो मुझे काम मिलना ही बंद हो गया। पीड़ित ने बताया कि जब उसने एफआईआर दर्ज कराई, तो उसे सोशल मीडिया पर निशाना बनाया गया।
कई पीड़ितों ने बताया है कि उनका सड़कों पर पीछा किया जाता है। वो किससे मिलते हैं, क्यों मिलते हैं, इस पर नजर रखी जाती है। इंडस्ट्री में एजेंट्स की भरमार है। वो मौका ढूँढते हैं कि कब उनके चंगुल में नया शिकार फंसे।
बेटी बोलकर डायरेक्टर ने बनाया सेक्स स्लेव
एक इंटरव्यू में मलयालम एक्ट्रेस सौम्या ने बचपन में अपने साथ हुए यौन और मानसिक शोषण का खुलासा किया था। एक्ट्रेस ने बताया कि 18 साल की उम्र में एक डायरेक्टर ने उन्हें अपनी फिल्म में काम दिया था। उस डायरेक्टर और उसकी पत्नी ने सौम्या के पेरेंट्स के साथ उन्हें फिल्मों में जाने देने को लेकर जबरदस्ती की। डायरेक्टर सौम्या को अपनी बेटी कहता था, लेकिन अकेले में उनके साथ ऐसी हैवानों वाली हरकतें करता था, जिससे उबरने में एक्ट्रेस को 30 साल लग गए।
एनडीटीवी को दिए इंटरव्यू में सौम्या ने बताया, ‘मैं 18 साल की थी। मेरा कॉलेज का पहला साल था। मेरे पेरेंट्स को फिल्मों के बारे में नहीं पता था। मुझे ये मौका (तमिल फिल्म में काम करने का) कॉलेज के थिएटर कॉन्टैक्ट से आया था।’ एक्ट्रेस ने बताया कि उन्हें लेने के लिए डायरेक्टर अपनी पत्नी के साथ आया था। पहले ही दिन से सौम्या उस शख्स के साथ सहज नहीं थीं। एक्ट्रेस ने कहा कि वक्त के साथ उन्हें समझ आया कि डायरेक्टर उन्हें अपने ‘सेक्स स्लेव’ के रूप में तैयार कर रहा है। वहीं दूसरी तरफ वो उन्हें ‘अपनी बेटी’ भी कहता था।
सौम्या ने बताया कि डायरेक्टर ने मेरे साथ जबरदस्ती की और मेरा रेप किया। उन्होंने बताया, “ये सब एक साल तक चला जब मैं कॉलेज में थी।” सौम्या का कहना ये भी है कि डायरेक्टर ने उनके प्राइवेट पार्ट में रॉड डाली थी। इतना ही नहीं, डायरेक्टर सौम्या को बार-बार ‘बेटी’ कहता था और ये भी कहता था कि वो उनके साथ बच्चा करना चाहता है। सौम्या ने कहा, “ये सब सहने के बाद मुझे ‘शर्म’ की भावना से उबरने में 30 सालों का वक्त लगा। मैं सभी पीड़िताओं से कहती हूँ कि अपने साथ हो रही चीजों की शिकायत करें।” एक्ट्रेस सौम्या ने इंटरव्यू के दौरान डायरेक्टर के नाम का खुलासा नहीं किया। उनका कहना है कि वो जल्द केरल सरकार की बनाई स्पेशल पुलिस टीम के सामने उस शख्स की पहचान का खुलासा करेंगी।
गौरतलब है कि फरवरी, 2017 में मलयालम सिनेमा की मशहूर एक्ट्रेस भावना पर हमला हुआ था। हमले का आरोप एक्टर दिलीप पर लगा था, जो मलयालम सिनेमा के बड़े सुपरस्टार में से एक हैं। भावना की अगले महीने सगाई होने वाली थी, लेकिन दिलीप ऐसा नहीं चाहता था। इस मामले में जुलाई में दिलीप को गिरफ्तार किया गया था। उसके कुछ ही महीनों बाद उसे जमानत मिल गई थी।
भावना मलयालम सिनेमा से 5 साल तक गायब हो गई थी, जबकि दिलीप जेल से छूटने के बाद भी बड़ी फिल्में करता रहा। इसी घटना के बाद CWW नाम का संगठन बनाया गया था। सरकार ने फिर हेमा कमेटी का गठन किया था। हेमा कमेटी ने 2019 में अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी थी, लेकिन करीब 5 साल के बाद काफी नामों को छिपाने के बाद ये रिपोर्ट बाहर आई और फिर मलयालम इंडस्ट्री से जुड़े काले पन्ने एक के बाद एक खुलते गए।
Comments