जम्मू एवं कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री व नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला अक्सर अपने विवादास्पद बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। एक बार फिर उन्होंने ऐसा ही बयान दिया है। उन्होंने पुलवामा आतंकी हमले और अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में भारत की उपलब्धि 'मिशन शक्ति' का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा। नेकां नेता ने एंटी-सैटलाइट मिसाइल के विकास का श्रेय पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती यूपीए सरकार को दिया।
पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए फारूक अब्दुल्ला ने सवालिया लहजे में कहा, 'कितने सिपाही हिन्दुस्तान के नहीं शहीद हुए छत्तीसगढ़ में? क्या मोदी जी कभी वहां गए उनपे फूल चढ़ाने के लिए, उनके परिवारों से हमदर्दी जताने के लिए? या जितने सिपाहियों की जान यहां गई, उनके लिए कुछ कहा। मगर वे 40 लोग CRPF के शहीद हो गए, उसका भी मुझे शक है...।'
फारूक अब्दुल्ला यहीं नहीं रुके, उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए भारत द्वारा एंटी-सैटलाइट मिसाइल के सफल परीक्षण के वक्त को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'वह मिसाइल जो सैटलाइट को मारने के लिए छोड़ा गया, उसे मनमोहन सिंह ने तैयार कराया था, लेकिन उन्होंने इसका ऐलान नहीं किया था...आज जब चुनाव है, यह दिखाने के लिए कि 'हनुमान जी तशरीफ लाए हैं' बस बटन को दबा दिया गया।'
उन्होंने इस दौरान 27 फरवरी को बडगाम के पास भारतीय वायुसेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर क्रैश होने का मसला भी उठाया, जिसमें 6 जवान शहीद हो गए। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, 'एक बटन गलत भी दब गया और हेलिकॉप्टर गिर, जिसमें हमारे 6 जवान शहीद हो गए और एक बेचारा आदमी जो नीचे गाना सुन रहा था, वह भी उसमें दब गया।'
इस हादसे के सटीक कारणों का पता अब तक नहीं चल पाया है। भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर को अब तक इसका ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर) नहीं मिला है। एमआई 17 हेलिकॉप्टर अपने रूटीन मिशन पर था। इसने उसी वक्त उड़ान भरी थी, जब पाकिस्तानी एयरफोर्स ने भारतीय वायु क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की थी। हालांकि भारतीय वायुसेना की मुस्तैदी से पाकिस्तान की यह कोशिश नाकाम हो गई।
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पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए फारूक अब्दुल्ला ने सवालिया लहजे में कहा, 'कितने सिपाही हिन्दुस्तान के नहीं शहीद हुए छत्तीसगढ़ में? क्या मोदी जी कभी वहां गए उनपे फूल चढ़ाने के लिए, उनके परिवारों से हमदर्दी जताने के लिए? या जितने सिपाहियों की जान यहां गई, उनके लिए कुछ कहा। मगर वे 40 लोग CRPF के शहीद हो गए, उसका भी मुझे शक है...।'
फारूक अब्दुल्ला यहीं नहीं रुके, उन्होंने अंतरिक्ष के क्षेत्र में बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए भारत द्वारा एंटी-सैटलाइट मिसाइल के सफल परीक्षण के वक्त को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, 'वह मिसाइल जो सैटलाइट को मारने के लिए छोड़ा गया, उसे मनमोहन सिंह ने तैयार कराया था, लेकिन उन्होंने इसका ऐलान नहीं किया था...आज जब चुनाव है, यह दिखाने के लिए कि 'हनुमान जी तशरीफ लाए हैं' बस बटन को दबा दिया गया।'
उन्होंने इस दौरान 27 फरवरी को बडगाम के पास भारतीय वायुसेना के एमआई 17 हेलीकॉप्टर क्रैश होने का मसला भी उठाया, जिसमें 6 जवान शहीद हो गए। उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, 'एक बटन गलत भी दब गया और हेलिकॉप्टर गिर, जिसमें हमारे 6 जवान शहीद हो गए और एक बेचारा आदमी जो नीचे गाना सुन रहा था, वह भी उसमें दब गया।'
#WATCH Farooq Abdullah, NC: Kitne sipahi Hindustan ke shaheed huye Chhattisgarh mein? Kya kabhi Modi ji vahan gaye unpe phool chadhane ke liye?........magar vo 40 log CRPF ke shaheed ho gaye, uska bhi mujhe shak hai.
#WATCH F Abdullah: Vo missile jo usne satellite ko maarne ke liye chhoda, vo Manmohan Singh ne taiyaar karaya tha...Aaj election tha,dikhane ke liye 'hanuman ji tashreef laye hain' usne button dabaya, 1 button galat dab gaya aur helicopter gir gaya, humare 6 jawan shaheed ho gaye
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