आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
खुद को दलित प्रेमी बताने वाली मीडिया ने इस खबर को भी दबा दिया है। अख़लाक़, कठुआ और उन्नाव आदि पर छाती पीटने वाले, मीडिया पर चौपालें लगाने वाले क्यों खामोश हैं? मायावती के ही उत्तर प्रदेश की घटना है, भीम सेना भी खामोश है, और तमाम तरह के दलित चिन्तक, दलित प्रेमी लोग इस खबर पर चुप है, सब को साँप सूंघ गया है। दलित युवक को घर से खींचकर उसकी हत्या कर दी गयी है, पर इस मामले पर हर दलित एक्टिविस्ट चुप है, मीडिया भी खामोश है, और खबर को दबाने में भी लगी है, और इसका कारण क्या है ये हम आपको अभी बता देते हैं।
जिस व्यक्ति की आप ऊपर रपट देख रहे है इसका नाम है विद्याराम, ये एक दलित युवक है उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के शिकोहाबाद का रहने वाला था, इसके घर से परवेज़, रेहान, और युसूफ ने इसे खींचा और इसकी हत्या कर दी, परवेज, रेहान और युसूफ तब से फरार है, इस मामले को मीडिया ने दबा दिया।
कहाँ गए दलित प्रेमी गैंग ?
दलित युवक की हत्या भी बड़ी बेरहमी से की गयी, परवेज, रेहान और युसूफ ने पहले इसे इसके घर से खींचा, खूब गाली गलोज किया और उसके बाद लाठी डंडों से काफी देर तक मारा, तब तक मारा जब तक विद्याराम की जान नहीं निकल गयी। जब विद्याराम के शरीर ने हरकत करना बंद कर दिया तो तीनो हत्यारे फरार हो गए, अभी भी तीनो फरार ही है, दिन दहाड़े एक दलित युवक की बर्बरता से हत्या कर दी गयी है।
पर दलितों के नाम पर राजनीती चलाने वाली मायावती, भीम सेना, राहुल गाँधी और मीडिया खामोश है, न ही दलित चिन्तक मुँह खोल रहे है और न ही दलित एक्टिविस्ट विद्याराम के लिए कोई न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। अक्सर ऐसा ही होता है, मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा जब दलितों पर अत्याचार होता है तो तमाम दलित प्रेमी गायब हो जाते है, और इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है।
अवलोकन करें:--
छद्दम दलित प्रेमी उस समय भी गायब हो गए थे, जब तत्कालीन मुख्यमन्त्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में उन्हीं की पार्टी के एक मुस्लिम पदाधिकारी ने आगरा में एक रेहड़ी वाले दलित द्वारा रास्ता माँगने पर उसको पीटा ही नहीं, उसके मुँह में पेशाब किया। तब भी किसी की आवाज़ नहीं निकली थी। इस दुःखद घटना पर कार्यवाही ही, जब हिन्दू स्वयंसेवी सड़क पर आये, अन्यथा उस दलित को इंसाफ नहीं मिलता। अब इन्हे छद्दम दलित प्रेमी न कहा जाए तो क्या कहा जाए? सबको डर रहता है कि अल्पसंख्यकों के विरुद्ध बोलने से इनका वोट बैंक न खिसक जाए। हिन्दू क्या है, इसे तो चाहे जितना मार लो, इस पर अत्याचार कर लो वोट तो हमें देगा ही, कितनी जहरीली साम्प्रदायिक सोंच है, इन छद्दम दलित प्रेमी मीडिया, नेता और एक्टिविस्ट्स की। क्या इसी को दलित प्रेम कहते हैं? हिन्दू करे तो दलित संकट में और जब वही काम कोई अल्पसंख्यक करे तो दलित पर कोई संकट नहीं, अरे वाह! ढोंगियों, वाह! अप्रैल 25 को आसाराम पर जिस चैनल पर देखो अपनी अदालतें खोले बैठे थे, लेकिन इन घटनाओं पर चुप्पी, क्यों? क्या ये लोग दलित नहीं?
जिस बच्चे का समाचार आप देख रहे है अब ये इस दुनिया में नहीं है, उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में 4 मुस्लिमो ने जिनके नाम है जाकिर, कादिर, वासिम और शाकिर, उन्होंने इस 15 साल के हिन्दू बच्चा जिसका नाम पवन था उसकी लाठियों से पीट पीट कर बर्बरता से हत्या कर दी, साथ ही इस बच्चे के परिजनों को भी लहुलुहान कर दिया, और वो भी दादागिरी के साथ, इस घटना पर मीडिया मौन है, और मीडिया की कोशिश ये भी है की इस खबर को किसी तरह दबा दिया जाये, ये बच्चा जुनैद, अख़लाक़ पहलु खान नहीं है, ये तो पवन है
इस बच्चे की हत्या की खबर बस एक अख़बार तक ही सिमटकर रह गयी, हिन्दू होने के कारण इसे पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया, ऐसी खबरों को यूँ ही दबा दिया जाता है क्यूंकि ये सेक्युलर अपराध है, जिसके खिलाफ बोलना गुनाह है, अन्यथा आप सांप्रदायिक घोषित कर दिए जायेंगे, और सेक्युलर सरकार के आते ही आप जेल में भी होंगे
पवन की उम्र मात्र 15 साल थी, जाकिर और उसके साथी रास्ता रोके हुए थे, पवन अपने साथ मोटर पंप लेकर जा रहा था, उसने इनसे कहा की रास्ता छोड़ दें ताकि वो जा सके, फिर क्या था गालियाँ देते हुए जाकिर और उसके साथियों ने पवन पर हमला कर दिया, और लाठियों से पीट पीट कर मार डाला, पवन के परिजनों को भी लहुलुहान कर दिया, इस मामले में पुलिस ने जाकिर और उसके साथियों को गिरफ्तार किया है, पवन की मौत हो चुकी है, जबकि उसके परिजनों का इलाज जारी है
अब्बू ही कर रहा बेटी का बलात्कार
ये लगभग हर जिहादी घर का मामला है, जहाँ घर के अन्दर बेटियों, भाभियों, और अन्य महिलाओं से दुष्कर्म होना साधारण सी बात है, 99.99% घटनाओं में कभी कोई केस दर्ज ही नहीं होता, ये परंपरा सी बन गयी है, पर कहीं कहीं कोई बेटी जब बर्दास्त नहीं कर पाती तो ऐसे मामले पुलिस तक पहुँचते है, जो की इंसानियत और रिश्तों की मर्यादा को तार तार करते है, और ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहाँ एक अब्बू ने अपनी ही सगी बेटी का अपने ही घर में 1 साल तक शोषण किया है बलात्कार किया है
सोशल मीडिया पर इस घटना का एक विडियो भी वायरल हुआ है, जिसमे बेटी अपने अब्बू की करतूत को खुद ही बता रही है, वो पुलिस स्टेशन पहुंची है अपने अब्बू के खिलाफ बलात्कार की रिपोर्ट लिखवाई है, और उसके बाद उसने अपनी आपबीती बताई है, सुनिए ये बेटी क्या कह रही है
ये घटना कहाँ की है ये साफ़ नहीं है परन्तु इसे उत्तर प्रदेश का बताया जा रहा है, हम जगह की पुष्टि अभी नहीं कर रहे है, लड़की बता रही है की उसके अब्बू ने उसके साथ पिछले 1 साल से कई बार बलात्कार किया है, घर में सभी लोग है अम्मी है भाई है, कुल 6 भाई बहन है ये लोग
और अब्बू जान से मारने की धमकी देकर 1 साल से बलात्कार कर रहा था, पर जब चीजें बर्दास्त से बाहर हो गयी तो लड़की पुलिस के पास पहुंची और अपने अब्बू के खिलाफ हत्या की धमकी देने और बलात्कार करने का मामला दर्ज करवाया, मीडिया के लोग इस लड़की का बयान तो कैमरे में रिकॉर्ड कर रहे है, पर कोई भी चैनल इस लड़की के बयान को और इस घटना को टीवी पर नहीं दिखा रहा, क्यूंकि कैमरे और रिपोर्टर का काम है चीजों को रिकॉर्ड करना पर टीवी पर दिखाना है या नहीं ये संपादक तय करते है, और ये खबर मीडिया ने दबा दी है
खुद को दलित प्रेमी बताने वाली मीडिया ने इस खबर को भी दबा दिया है। अख़लाक़, कठुआ और उन्नाव आदि पर छाती पीटने वाले, मीडिया पर चौपालें लगाने वाले क्यों खामोश हैं? मायावती के ही उत्तर प्रदेश की घटना है, भीम सेना भी खामोश है, और तमाम तरह के दलित चिन्तक, दलित प्रेमी लोग इस खबर पर चुप है, सब को साँप सूंघ गया है। दलित युवक को घर से खींचकर उसकी हत्या कर दी गयी है, पर इस मामले पर हर दलित एक्टिविस्ट चुप है, मीडिया भी खामोश है, और खबर को दबाने में भी लगी है, और इसका कारण क्या है ये हम आपको अभी बता देते हैं।
A scheduled caste young man beaten to death in Uttar Pradesh. Accused Parvez, Rehan and Yusuf on the run. Police has registered a case and looking out for perpetrators.
कहाँ गए दलित प्रेमी गैंग ?
दलित युवक की हत्या भी बड़ी बेरहमी से की गयी, परवेज, रेहान और युसूफ ने पहले इसे इसके घर से खींचा, खूब गाली गलोज किया और उसके बाद लाठी डंडों से काफी देर तक मारा, तब तक मारा जब तक विद्याराम की जान नहीं निकल गयी। जब विद्याराम के शरीर ने हरकत करना बंद कर दिया तो तीनो हत्यारे फरार हो गए, अभी भी तीनो फरार ही है, दिन दहाड़े एक दलित युवक की बर्बरता से हत्या कर दी गयी है।
पर दलितों के नाम पर राजनीती चलाने वाली मायावती, भीम सेना, राहुल गाँधी और मीडिया खामोश है, न ही दलित चिन्तक मुँह खोल रहे है और न ही दलित एक्टिविस्ट विद्याराम के लिए कोई न्याय की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। अक्सर ऐसा ही होता है, मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा जब दलितों पर अत्याचार होता है तो तमाम दलित प्रेमी गायब हो जाते है, और इस मामले में भी ऐसा ही हुआ है।
अवलोकन करें:--
इसको यकीनन जहाँ आक्रांताओं की सत्ता को चुनौती कही जायेगी वही मीडिया के ख़ास वर्ग का दोगलापन भी जिसे दिल्ली से ही कठ.....
nigamrajendra28.blogspot.in
April 25 2018, Barabanki, UP
4 Muslims Zakir, Qadir, Waseem,Shakir beats a 15 year old Hindu boy Pawan.
They also injured 5 other family members.
Pawan who was carrying water pump asked Zakir who was sleeping on the way to just move litte bit so that he can go.@ippatel
इस बच्चे की हत्या की खबर बस एक अख़बार तक ही सिमटकर रह गयी, हिन्दू होने के कारण इसे पीट पीट कर मौत के घाट उतार दिया गया, ऐसी खबरों को यूँ ही दबा दिया जाता है क्यूंकि ये सेक्युलर अपराध है, जिसके खिलाफ बोलना गुनाह है, अन्यथा आप सांप्रदायिक घोषित कर दिए जायेंगे, और सेक्युलर सरकार के आते ही आप जेल में भी होंगे
पवन की उम्र मात्र 15 साल थी, जाकिर और उसके साथी रास्ता रोके हुए थे, पवन अपने साथ मोटर पंप लेकर जा रहा था, उसने इनसे कहा की रास्ता छोड़ दें ताकि वो जा सके, फिर क्या था गालियाँ देते हुए जाकिर और उसके साथियों ने पवन पर हमला कर दिया, और लाठियों से पीट पीट कर मार डाला, पवन के परिजनों को भी लहुलुहान कर दिया, इस मामले में पुलिस ने जाकिर और उसके साथियों को गिरफ्तार किया है, पवन की मौत हो चुकी है, जबकि उसके परिजनों का इलाज जारी है
अब्बू ही कर रहा बेटी का बलात्कार
ये लगभग हर जिहादी घर का मामला है, जहाँ घर के अन्दर बेटियों, भाभियों, और अन्य महिलाओं से दुष्कर्म होना साधारण सी बात है, 99.99% घटनाओं में कभी कोई केस दर्ज ही नहीं होता, ये परंपरा सी बन गयी है, पर कहीं कहीं कोई बेटी जब बर्दास्त नहीं कर पाती तो ऐसे मामले पुलिस तक पहुँचते है, जो की इंसानियत और रिश्तों की मर्यादा को तार तार करते है, और ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहाँ एक अब्बू ने अपनी ही सगी बेटी का अपने ही घर में 1 साल तक शोषण किया है बलात्कार किया है
सोशल मीडिया पर इस घटना का एक विडियो भी वायरल हुआ है, जिसमे बेटी अपने अब्बू की करतूत को खुद ही बता रही है, वो पुलिस स्टेशन पहुंची है अपने अब्बू के खिलाफ बलात्कार की रिपोर्ट लिखवाई है, और उसके बाद उसने अपनी आपबीती बताई है, सुनिए ये बेटी क्या कह रही है
Muslim abbu raped her own daughter for more than 1 year... @TarekFatah @brahma_sourav @iamupdeshrana @ravin1sky @iampranjalkumar @mohandhodiyamla @IAS_ADITI @Hamara_Desh @sauravsaha41
और अब्बू जान से मारने की धमकी देकर 1 साल से बलात्कार कर रहा था, पर जब चीजें बर्दास्त से बाहर हो गयी तो लड़की पुलिस के पास पहुंची और अपने अब्बू के खिलाफ हत्या की धमकी देने और बलात्कार करने का मामला दर्ज करवाया, मीडिया के लोग इस लड़की का बयान तो कैमरे में रिकॉर्ड कर रहे है, पर कोई भी चैनल इस लड़की के बयान को और इस घटना को टीवी पर नहीं दिखा रहा, क्यूंकि कैमरे और रिपोर्टर का काम है चीजों को रिकॉर्ड करना पर टीवी पर दिखाना है या नहीं ये संपादक तय करते है, और ये खबर मीडिया ने दबा दी है
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