नई दिल्ली जनवरी २९, २०१७. चित्तौड की रानी पद्मावती पर भंसाली प्रोडक्शन द्वारा फिल्माई जा रही फिल्म में राजपूत वीर रानी पद्मिनी/पद्मावती के चरित्र को गलत तरीके से दिखाए जाने के प्रयास को विश्व हिन्दू परिषद ने गम्भीरता से लेते हुए चेतावनी दी है कि यदि इस फिल्म में ऐसा कुछ हुआ तो इसके गम्भीर परिणाम होंगे. परिषद की महिला शाखा मातृशक्ति की प्रमुख श्रीमती मीनाक्षी ताई पेशवे तथा दुर्गा वाहिनी की राष्ट्रीय संयोजिका माला रावल ने एक संयुक्त बयान जारी कर चेताया है कि इतिहास के नाम पर धंधा करने वाले कुछ विदेशी व वामपंथी तथा-कथित इतिहासकारों के कुकृत्यों की आड़ में राजस्थान की गौरवशाली राजपूत परम्परा का अपमान कदापि बरदास्त नहीं किया जाएगा।
रानी पद्मावती को अमर वीरांगना बताते हुए उन्होंने अपने बयान में कहा है कि मुगल अत्याचारी अलाउद्दीन ख़िलजी से अपने शील की रक्षा करते हुए उन्होंने स्वयं को जलती चिता में झोंक दिया किन्तु उस दुष्ट के हाथ न आ सकी। चंद पैसों के लालच और ओछी पब्लिसिटी की चाह में ऐसी महान महिला को बड़े ही घटिया तरीके से अलाउद्दीन की प्रेमिका बताया जाना न सिर्फ भारतीय इतिहास के साथ बलात्कार होगा बल्कि हर भारतीय नारी के सम्मान को भी ठेस पहुचाएगा।
एक रानी जिसने उस अत्याचारी मुगल की छाया भी अपने ऊपर ना पड़ने दी हो वह उस दुष्ट की प्रेमिका कैसे हो सकती है? उन्होंने चेताया कि क्या अभिव्यक्ति की आजादी और कला के नाम पर कोई हिन्दू वीरांगनाओं का अपनी ही धरती पर चीर हरण करता रहे और हम मौन रहें, अब यह नहीं होगा। फिल्म के निर्माता श्री संजय लीला भंसाली को अविलम्ब इस मामले में देश की महिलाओं व राष्ट्रभक्त समाज से माफ़ी मांग इस प्रकार के किसी भी फिल्मांकन पर अविलम्ब विराम लगाना चाहिए अन्यथा देश की वीरांगनाओं के सम्मान की रक्षार्थ समस्त राष्ट्रभक्त समाज के साथ दुर्गा वाहिनी तथा मातृशक्ति इस विषय को जन जन तक ले जाएगी।
विनोद बंसल, राष्ट्रीय प्रवक्ता
Comments