भोपाल: सिपाही की हत्या कर भोपाल सेंट्रल जेल से फराह हुए प्रतिबंधित संगठन SIMI के सभी 8 आतंकी भोपाल के बाहर ईंटखेड़ी गांव में मुठभेड़ में मारे गए। मुठभेड़ में मारे गए आतंकियों के नाम हैं- अमजद, जाकिर हुसैन सिद्दीक, मोहम्मद सालिक, मुजीब शेख, मेहबूब गुड्डू, मोहम्मद खालिद अहमद, अकील और माजिद। प्रदेश सरकार ने प्रत्येक फरार SIMI आतंकी की गिरफ्तारी पर 5 लाख रुपये का ईनाम घोषित कर दिया था।
SIMI के ये सभी आठों आतंकी तड़के करीब 2 से 3 बजे के बीच एक सिपाही की हत्या करने के बाद जेल से फरार हो गए थे। उन्होंने बताया कि ‘द स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया’ के आतंकियों ने एक सिपाही की हत्या कर दी थी और उसके बाद वे चादरों की मदद से जेल की दीवार लांघ कर वहां से फरार हुए थे। आतंकियों ने पहले गार्ड को घेर कर अपने कब्जे में लिया और फिर स्टील की प्लेट से उसका गला काट कर उसे मार डाला।
जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आतंकियों ने दिवाली की रात को लगभग 12 से दो बजे के दरम्यान एक दरवाजे को तोड़ा और उसके बाद चादरों को रस्सी की तरह प्रयोग करके दीवार फांद कर फरार हो गए।
भागने वाले आतंकियों पर देशद्रोह के मामले चल रहे हैं।
राज्य के गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह ने आईएएनएस को बताया कि केंद्रीय जेल भोपाल से रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात को सिमी के आठ आतंकियों ने एक प्रहरी की हत्या कर दी और एक अन्य को बंधक बनाने के बाद फरार हो गए। यह वारदात रात 12 से दो बजे के बीच हुए होने की आशंका हैं ।
उन्होंने आगे बताया कि भोपाल से जुड़ी सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है और सुरक्षा बढ़ा दी गई है। साथ ही प्रदेश में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है। आतंकियों को पकड़ने के हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।
सिंह ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान माना कि यह सुरक्षा में बड़ी चूक है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पिछले दिनों ही जेल की सुरक्षा के निर्देश दिए थे, उसके बाद यह घटना होना चिंताजनक है।
एडीजी और डीआईजी जेल सस्पेंड
सिमी के आठ आतंकियों के भोपाल जेल से फरार होने के मामले में राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एडीजी जेल को हटा दिया है, साथ ही डीआईजी जेल को भी सस्पेंड कर दिया गया है। जेल ब्रेक पर सीएम हाउस पर सोमवार सुबह साढ़े दस बजे एक आपात बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के दौरान एडीजी जेल को हटाने और डीआईजी जेल को सस्पेंड करने का फैसला लिया गया।
इसके पहले राज्य सरकार ने भोपाल जेल ब्रेक मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रथम दृष्टया जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर, जेलर विवेक परस्ते और आलोक वाजपेयी के अलावा मुख्य प्रहरी आनंदीलाल को भी निलंबित कर दिया था।
पुलिस की कहानी :
सेंट्रल जेल भोपाल में बंद सिमी के आठ आतंकी देर रात एक प्रधान आरक्षक की हत्या कर भाग गए। सुबह पुलिस ने अचारपुरा – ईद खेड़ी के पास घेरकर इन आठों आतंकियों को मार गिराया। घटना के बाद से ही प्रदेशभर में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया था। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली की आतंकी जेल से 10 किमी की दूरी पर एक गांव में छिपे हैं।
पुलिस ने वहां पहुंचकर घेराबंदी कर ली और आतंकियों को सरेंडर करने के लिए कहा, इस दौरान वे प्रतिरोध करने लगे। जिस पर पुलिस ने फायरिंग कर दी और आठों आतंकी मारे गए। मारे गए आतंकियों में आतंकियों में शेख मुजीब, माजिद खालिद, अकील खिलची, जाकिर, सलीख महबूब और अमजद शामिल हैं।पुलिस का दावा है कि ये सभी ओढ़ने वाली चादरों से सीढ़ी बनाकर जेल की दीवार फांदकर भागे थे।
कहाँ से आये हथियार :
आईजी योगेश चौधरी के मुताबिक सिमी आतंकियों के पास देशी हथियार थे, जिनसें उन्होंने एटीएस-पुलिस पर फायरिंग की। इसके जवाब में क्रास फायर में सभी आतंकी मारे गए। मारे गए आतंकियों के पास से हथियार और चाकू बरामद किए गए है। जेल से भागने के बाद ये हथियार उन्हें कहां से मिले यह बात साफ नहीं हो पाई है।
8 SIMI terrorists who earlier today fled from Bhopal Central Jail have been killed in an encounter in Eintkhedi village on Bhopal outskirts
8 SIMI terrorists who fled from Bhopal Central Jail killed in an encounter in Eintkhedi village on Bhopal outskirts (ANI Exclusive pics) pic.twitter.com/FdWyV8NLfw
8 SIMI terrorists who fled from Bhopal Central Jail killed in an encounter in Eintkhedi village on Bhopal outskirts (ANI Exclusive pics) pic.twitter.com/FdWyV8NLfw
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