मुस्लिमों के पवित्र शहर मक्का को निशाना बनाकर YAMAN के हूती विद्रोहियों ने बैलिस्टिक मिसाइल दागी है। RUSSIA के सहयोग से ये हमला हुआ।
यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा सउदी अरब के भीतर किया गया यह पहला हमला है। इस बात की पुष्टि सऊदी अरब की न्यूज एजेंसी ने की है।
सऊदी की सेना ने दावा किया है कि इस हमले को उनके द्वारा नाकाम कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि विद्रोहियों द्वारा मक्का पर छोड़ी गई इस मिसाइल को 65 किलोमीटर पहले ही बीच रास्ते में ही नष्ट कर दिया गया।
इसने बताया कि इस मिसाइल से किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं पहुंचा है। जहां से इस मिसाइल को लांच किया गया सेना ने उस जगह को निशाना बनाकर हमले किए गए हैं।
सऊदी अरब के नेतृत्व वाली गठबंधन सेना ने आज यह जानकारी दी, हालांकि विद्रोहियों ने कहा कि इस मिसाइल को मक्का नहीं, बल्कि जेद्दा शहर को निशाना बनाकर दागा गया था।
गठबंधन सेना यमन में इस साल मार्च महीने से विद्रोहियों के खिलाफ बमबारी कर रही है। विद्रोही उन स्थानों को निशाना बनाकर मिसाइलें दागते हैं जहां से गठबंधन सेना हवाई हमले कर रही है।
सऊदी अरब ने विद्रोहियों को मिसाइलों को रोकने के लिए पैट्रियाट मिसाइलें तैनात की हैं।
गठबंधन सेना ने एक बयान में कहा कि हूथी विद्रोहियों ने कल ‘मक्का इलाके की ओर’ मिसाइल दागी, लेकिन इसे पवित्र शहर से 65 किलोमीटर दूर मार गिराया गया।
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सऊदी का यह हूती संगठन 2015 से ही यमन में शिया विद्रोहियों से लड़ रहा है। ऐसा माना जाता है कि इन विद्रोहियों को रुस का सहयोग प्राप्त है। जिनके पास रूस की स्कड मिसाइलें और स्थानीय तौर पर डिजाइन हथियारों का भंडार है।सऊदी अरब की अगुआई वाली गठबंधन सेना ने यमन के विद्रोहियों (हूति) के खिलाफ 2015 में ऑपरेशन शुरू किया था।
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