पाकिस्तान में विपक्ष के नेता और पूर्व क्रिकेटर इमरान खान ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर निशाना साधा। इमरान ने कहा कि नवाज शरीफ को जवाब देने नहीं आता और वह एक दिन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जवाब देंगे। खान ने कहा कि वह नवाज शरीफ को दिखाएंगे कि इस तरह के ‘आक्रमण’ पर किस तरह के जवाब दिया जाता है। इमरान ने आगे कहा, ‘आज मैंने नवाज शरीफ को संदेश दिया है, लेकिन कल मैं मोदी को भी संदेश भेज दूंगा।’ टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, भारत द्वारा सर्जिकल स्ट्राइक का दावा किए जाने पर बात करते हुए इमरान खान बोले, ‘मैं नवाज शरीफ को बताउंगा कि मोदी को कैसे जवाब दिया जाता है।’ इसके साथ ही उन्होंने नवाज पर आरोप लगाए कि उनकी सरकार ठीक से शासन नहीं कर पा रही। वहीं उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि जैसे पाकिस्तान को चलाने की जिम्मेदारी आर्मी चीफ राहिल शरीफ को दे दी गई है।
इसके अलावा इमरान ने पाकिस्तान में एक मार्च रख ज्यादा से ज्यादा लोगों को उस मार्च में पहुंचने के लिए कहा ताकि भारत को पाकिस्तान के लोगों की एकता दिखाई जा सके। उन्होंने कहा, "एकता दर्शाने के लिए पाकिस्तान के तमाम लोगों को मार्च में हिस्सा लेना चाहिए। मैं नवाज शरीफ को बताऊंगा कि मोदी को कैसे जवाब देना है।"
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख ने नवाज शरीफ की शासन में विफलता की ओर इशारा करते हुए कहा कि (सेना प्रमुख) जनरल राहील शरीफ देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
पाकिस्तान ने सर्जिकल स्ट्राइक के भारत के दावे को खारिज किया है, लेकिन पुष्टि की है कि नियंत्रण रेखा पर गुरुवार को भारतीय सेना की गोलीबारी में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।
गौरतलब है कि भारतीय सेना ने बुधवार (28 सितंबर) को लाइन ऑफ कंट्रोल (LOC) पार करके पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में घुसकर कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया था। इसमें दुश्मन को भारी नुकसान पहुंचा था। पाकिस्तान ने भारत के सर्जिकल स्ट्राइक के दावे को झूठ बताया। उसने कहा कि भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक नहीं किया बल्कि युद्ध विराम तोड़ा था जिसका करारा जवाब दिया गया था और इस दौरान पाकिस्तान के 2 सिपाही मारे गए थे। पाकिस्तान ने उन सिपाहियों की तस्वीरें भी जारी की थीं। जिन सिपाहियों की मौत हुई वे दोनों हवलदार थे। उनमें से एक का नाम जुम्मा खान था और दूसरे का नाम नाइक इम्तियाज। उधर गुरुवार को पाकिस्तान पर ईरान ने भी हमला किया था। ईरान की सेना ने उसपर मोर्टार दाग दिए थे। ईरान की तरफ से ये मोर्टार बलूचिस्तान के इलाके में दागे गए थे। ईरान ने तीन मोर्टार दागे थे।
हिन्दू विरोधी इमरान खान
पुराने क्रिकेटर जैसे सुनील गावस्कर, अजित वाडेकर, प्रसन्ना, बिशन सिंह बेदी आदि इसी इमरान खान के उस किस्से को भी नहीं भूले होंगे, जब इंडो-पाक मैच के दौरान पाकिस्तान की तरफ से खेल रहे एक हिन्दू खिलाडी से भारतीय बैट्समैन का कैच छूटते ही किस भाषा में अपमानित किया था। यदि वही काम किसी भारतीय मुसलमान खिलाडी द्धारा होने पर हिन्दू कप्तान द्धारा करने पर उस भारतीय कप्तान पर प्रतिबन्ध लगा दिया होता। परन्तु पाकिस्तान में हुआ एक दाम विपरीत। कई वर्षों तक पाकिस्तान टीम में कोई हिन्दू खिलाडी नहीं खेला। जिसके खून में प्रारम्भ से ही हिन्दुओं के प्रति घृणा भरी हो, भारत के साथ मित्रता कैसे निभाएगा? यह ऐसा मुद्दा है जिसे उस समय के समस्त क्रिकेटर्स एवं स्पोर्ट्स एडिटर्स और रिपोर्टर्स को उजागर करना चाहिए। यही व्यक्ति बता सकते हैं कि किस अपमानित भाषा में उस हिन्दू पाकिस्तानी खिलाडी के साथ मैदान में अभद्र व्यवहार किया गया था। क्योंकि यह समय पुराने क्रिकेटर के साथ क्रिकेट सम्बन्ध का नहीं, देश के स्वाभिमान का है।
Comments