मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के दरबार में हंगामे के बाद सुर्खियों में आईं शिक्षिका उत्तरा पंत को
फेमस रिएलिटी शो बिग बॉस से कॉल आर्इ। हालांकि, उत्तरा पंत ने बिग बॉस में भाग लेने से इन्कार कर दिया। उनका कहना है कि वो बस अपने घर
परिवार की जिम्मेदारी संभालना चाहती हैं।
शिक्षिका उत्तरा पंत ने बिग बॉस में शामिल होने से साफ तौर पर इन्कार कर दिया है। उनका कहना है कि वो बस अपने बच्चों की देखभाल करना चाहती हैं। आपको बता दें कि उत्तरा के बेटे शुभम पंत ने बताया कि उनकी मां को बिग बॉस से बुलावा आया है। बिग बॉस की प्रोडेक्शन टीम ने उन्हें फोन किया है। इतना ही नहीं उत्तरा पंत को सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी समेत कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं के भी लगातार फोन आ रहे हैं।
अवलोकन करें:--
गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व जनता दरबार में शिक्षिका उत्तरा अपने तबादले को लेकर सीएम से मिली थीं। इस दौरान उत्तरा और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। सीएम के आदेश पर उत्तरा को निलंबित कर दिया गया था। जिसके बाद यह मामला सुर्खियां में आ गया। मामले ने इस कदर तूल पकड़ा कि सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों के जरिये देशभर में इसकी चर्चा होने लगी। लगता है, रावत को अपने इस कदम की कीमत चुकानी पड़ेगी। चर्चा है कि अगर शिक्षिका ने अनैतिकता दिखाई थी, तो क्या मुख्यमन्त्री तानाशाह बन उस विधवा अध्यापिका को हिरासत में लेगा? किसी विधवा अध्यापिका को सस्पेंड कर, उसके पेट पर लात मारना, क्या उचित है?
मुख्यमंत्री के दरबार में तबादले की मांग को लेकर पहुंची शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा की गिरफ्तारी के मामले को कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना दिया। कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, शिक्षिका के समर्थन में शिक्षक संघ भी उतर गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रदेश का मुखिया होने के नाते यहां सीधे कार्यवाही ना करके मामले की विभागीय जांच करवा कर शालीनता का परिचय देना चाहिए था। प्रदर्शन करने वालों में शिव मोहन मिश्र, वीरेंद्र सजवाण, नंदकिशोर जाटव, अरविंद भट्ट, एकांत गोयल, किशोर गौड़, हरिओम वर्मा, मुकेश जाटव, देवेंद्र प्रजापति, आशु वर्मा आदि शामिल थे।
शिक्षिका उत्तरा पंत ने बिग बॉस में शामिल होने से साफ तौर पर इन्कार कर दिया है। उनका कहना है कि वो बस अपने बच्चों की देखभाल करना चाहती हैं। आपको बता दें कि उत्तरा के बेटे शुभम पंत ने बताया कि उनकी मां को बिग बॉस से बुलावा आया है। बिग बॉस की प्रोडेक्शन टीम ने उन्हें फोन किया है। इतना ही नहीं उत्तरा पंत को सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी समेत कई वरिष्ठ अधिवक्ताओं के भी लगातार फोन आ रहे हैं।
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गौरतलब है कि कुछ दिनों पूर्व जनता दरबार में शिक्षिका उत्तरा अपने तबादले को लेकर सीएम से मिली थीं। इस दौरान उत्तरा और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बीच तीखी नोकझोंक हुई थी। सीएम के आदेश पर उत्तरा को निलंबित कर दिया गया था। जिसके बाद यह मामला सुर्खियां में आ गया। मामले ने इस कदर तूल पकड़ा कि सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों के जरिये देशभर में इसकी चर्चा होने लगी। लगता है, रावत को अपने इस कदम की कीमत चुकानी पड़ेगी। चर्चा है कि अगर शिक्षिका ने अनैतिकता दिखाई थी, तो क्या मुख्यमन्त्री तानाशाह बन उस विधवा अध्यापिका को हिरासत में लेगा? किसी विधवा अध्यापिका को सस्पेंड कर, उसके पेट पर लात मारना, क्या उचित है?
मुख्यमंत्री के दरबार में तबादले की मांग को लेकर पहुंची शिक्षिका उत्तरा पंत बहुगुणा की गिरफ्तारी के मामले को कांग्रेस ने इसे मुद्दा बना दिया। कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार का पुतला फूंक कर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं, शिक्षिका के समर्थन में शिक्षक संघ भी उतर गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को प्रदेश का मुखिया होने के नाते यहां सीधे कार्यवाही ना करके मामले की विभागीय जांच करवा कर शालीनता का परिचय देना चाहिए था। प्रदर्शन करने वालों में शिव मोहन मिश्र, वीरेंद्र सजवाण, नंदकिशोर जाटव, अरविंद भट्ट, एकांत गोयल, किशोर गौड़, हरिओम वर्मा, मुकेश जाटव, देवेंद्र प्रजापति, आशु वर्मा आदि शामिल थे।
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