अगर देश में महिलाएं-लड़कियां सुरक्षित होतीं तो नेताओं की बहन-बेटियां बिना सिक्योरिटी के बाहर घूम रही होतीं
आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
मोदी सरकार ‘’बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’’ का नारा दे रही है लेकिन उसी के कार्यकाल में भारत महिलाओं के लिए दुनिया का सबसे खतरनाक देश बन गया है। यह दावा द थॉमसन रिट्यूर्स फाउंडेशन के वैश्विक सर्वे में किया गया है।
आतंकवाद से प्रभावित अफगानिस्तान और युद्धग्रस्त सीरिया क्रमश: दूसरे और तीसरे नंबर पर है। इस लिस्ट में पाकिस्तान नंबर 6 पर है, जबकि अमेरिका दसवें नंबर पर। इसी सर्वेक्षण में सात साल पहले भारत महिलाओं के लिए चौथा सबसे खतरनाक देश था। लेकिन अब वो नंबर एक पर आ गया है।
इस सर्वे के सामने आने के बाद से केंद्र की मोदी सरकार को जमकर निशाना बनाया जा रहा है। विपक्षियों का कहना है कि यह शर्मनाक है कि ‘मोदी राज’ में भारत महिलाओं के लिए सबसे असुरक्षित देश बन गया है। सर्वे में महिला सुरक्षा को लेकर भारत की स्थिति पर कलाकारों से लेकर खिलाड़ियों तक ने चिंता जताई है। देश और दुनिया से जुड़े मुद्दों पर अपनी राय बेबाकी से रखने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर ने इसे शर्मनाक बताते हुए इसपर अपना ग़ुस्सा ज़ाहिर किया है।
Day a political leader’s daughter, sister, wife or mother starts to venture out of their homes without any security cover, we will have a solution to this problem. SHAMEFUL. India most dangerous country for women, US ranks 10th in survey - CNN cnn.com/2018/06/25/hea …
ग़ौरतलब है कि इससे पहले भी गौतम गंभीर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर अपनी चिंता ज़ाहिर कर चुके हैं। हिंदुस्तान टाइम्स में लिखे एक कॉलम में गौतम गंभीर ने लिखा था, आजकल बच्चों के साथ रेप की घटनाएं तकरीबन हर दिन सुनने और देखने को मिलती हैं। ऐसे में मुझे डर लगता है कि मेरी दोनों बेटियां कहीं इस शब्द का अर्थ न पूछ बैठें।
उन्होंने आगे लिखा था, दो बेटियों का पिता होने पर मुझे खुशी और गर्व है, लेकिन कई बार मैं परेशान भी होता हूं। हालांकि स्कूल में गुड और बैड टच के बारे में उन्हें बताया जाता है, लेकिन जिस तरह ये अपराध रोज़ाना हो रहे हैं, उसे देखकर विचलित भी हूं।
इस सर्वे में महिलाओं के अधिकारों पर काम करने वाले करीब 550 एक्सपर्ट्स शामिल हुए थे। इन्हें 193 देशों में महिलाओं के लिए बदतर देशों में टॉप 10 रैंक देने को कहा गया था।
भारत के सन्दर्भ में बताया गया है कि सेक्सुशल वॉयलेंस की घटनाएं बढ़ी हैं। नेशनल क्राइम ब्यूरो के अनुसार यहां रोजाना 100 से भी अधिक सेक्शुअल हैरासमेंट के केस दर्ज होते हैं।
वास्तव में आज भारत और भारत से बाहर मोदी विरोधियों ने मुहिम चला रखी है, जिसके चलते यह सब हो रहा है। उत्तर प्रदेश और बिहार में पहले कितने महिलाओं के विरुद्ध अपराध होते थे, उत्तर प्रदेश में यौन-शोषण पर तत्कालीन समाजवादी सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव को अपने मुख्यमन्त्री पुत्र अखिलेश यादव के कार्यकाल में हो रहे बलात्कार घटनाओं पर कहना पड़ा था, "बच्चों से गलतियाँ हो जाती हैं..." कोई शोर नहीं हुआ। इतने वर्षों से फैली गंद एकदम साफ नहीं हो सकती, इसलिए हथेली पर सरसों ज़माने वालों को संयम से काम लेना चाहिए। और जहाँ तक नेताओं की बहन-बेटियों की बात है, हमें यह भी नहीं भूलना कि "जब भी कहीं दंगे होते हैं, उसमे आम नागरिक ही मरता है, किसी नेता के परिवारजन तो क्या इनके पशु-पक्षी तक पूर्णरूप से सुरक्षित होते हैं, गौतम भाई।" इतना ही नहीं, आज़म खान की भैंस चोरी होने पर पुलिस और समस्त प्रशासन ढूंढने में लग गया, क्या आम नागरिक के साथ कभी ऐसा हुआ है? अगर कोई घटना हुई हो तो कृपया बताने का कष्ट करें, ताकि अपनी भूल को सुधार सकूँ।
महिलाओं के खिलाफ यौन हिंसा साथ-साथ घरेलू काम के लिए मानव तस्करी, मजदूरी के मजबूर करना और विवाह के लिए दबाव बनाना शामिल है।
सर्वे में बताया गया कि भारत की सांस्कृतिक परम्पराओं के चलते भी महिलाएं प्रभावित हुईं हैं, जिकसी वजह से भी वह दुनिया का सबसे खतरनाक देश रहा है।
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