आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार
कुछ लोगों को दूसरे की फटी में टाँग फंसाने की आदत होती है, ताकि अपनी कमियों को छुपाकर दूसरे की कमियों को उजागर कर चर्चा में बने रहो। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का यही हाल है। दिल्ली संभल नहीं रही, भाजपा शासित राज्यों की कमियाँ उछालने में व्यस्त हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा कि अगर उनकी सरकार ताज महल की देखभाल करने में सक्षम नहीं है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘तब एक कंपनी को मुख्यमंत्री की कुर्सी भी गोद लेने दीजिए ? अगर बीजेपी एक स्मारक का रखरखाव नहीं कर सकती , उसे इस्तीफा दे देना चाहिए.’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की यह तल्ख टिप्पणी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में दिये गए उस हलफनामे के बाद आई है जिसमें उसने कहा था कि इस स्मारक को केंद्र सरकार की ‘विरासत को गोद लो योजना’ के तहत लाया जा सकता है।
इस योजना के तहत निजी व सार्वजनिक कंपनियों की सेवा विरासत स्मारकों की साफ सफाई और नागरिक सुविधाओं के लिए ली जा सकती है।
अब कोई उनसे पूछे कि जहाँ के आप मुख्यमंत्री हो, वहां का क्या हाल कर रखा है? आरोप-प्रत्यारोप में इतने साल निकाल दिए। दिल्ली में पर्यटन स्थल जैसे जामा मस्जिद, लाल किला, गुरुद्वारा शीश गंज, फतेहपुरी मस्जिद और लाहौरी गेट आदि का क्या हाल है? अनाधिकृत निर्माण और अतिक्रमण ने इन स्थलों की क्या दुर्दशा कर रखी है। इसे तो सुधारा नहीं जाता, पर्यटक आकर क्या कहते और सोंचते होंगे, कभी सोंचा? सोंचेंगे क्यों, कभी उपराज्यपाल से झगड़ा, कभी अधिकारीयों की पिटाई, कुछ और बस नहीं चला तो काम न करने का केन्द्र पर आरोप? दिल्ली में भूख से 3 बच्चियों की जान गयी, उसका भी इल्जाम भाजपा शासित केन्द्र पर। यदि सब कुछ केन्द्र ने ही करना है, फिर आप मुख्यमंत्री बने क्यों बैठे हो?
इन तीनों बच्चियों की उम्र दो, चार और आठ साल थी। लड़कियों की मां और एक पड़ोसी तीनों को अस्पताल लेकर पहुंचे और अस्पताल के अधिकारियों ने उनकी मौत के बारे में पुलिस को सूचित किया। श्रमिक के रूप में काम करने वाला लड़कियों का पिता लापता है।
हालांकि इन बच्चियों की मौत पर दिल्ली सरकार और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि ये शर्मनाक है। मैं पूछ रहा हूं कि क्या केजरीवाल आज खाना खा पाएंगे? उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के क्षेत्र में ये हुआ है। देश की राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में आज भी आम आदमी की भूख के कारण मौत हो रही है। शर्म करो। ये घटना वहां हुई है, जहां राशन घोटाल हो रहा है।
वहीं आम आदमी पार्टी के सौरव भारद्वाज ने कहा कि मनोज तिवारी जी, आपकी जानकारी गलत है। केजरीवाल सरकार तो गरीबों के घर तक राशन पहुंचाना चाहती है, भाजपा और एलजी उसे रोक रहे है। राशन गरीबों की मूलभूत जरूरत है। कितने गरीबों की जान लेकर भाजपा जागेगी ?
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने ट्वीट किया कि इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'मंडावली में तीन बच्चियों की मौत की घटना की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। यह परिवार दो दिन पहले ही मंडावली में एक मकान में रह रहे किराएदार के यहां मेहमान आया था। घटना के पहले से ही बच्चियों के मजदूर पिता काम पर गए थे जो लौटे नहीं हैं। मां भी पहले से मानसिक बीमार हैं।'
बच्चियों का पिता, मंगल रिक्शा चलाता था। हालांकि, मंगल को कथित रूप से ड्रग करने के बाद उसकी रिक्शा चोरी हो गया।
कुछ लोगों को दूसरे की फटी में टाँग फंसाने की आदत होती है, ताकि अपनी कमियों को छुपाकर दूसरे की कमियों को उजागर कर चर्चा में बने रहो। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का यही हाल है। दिल्ली संभल नहीं रही, भाजपा शासित राज्यों की कमियाँ उछालने में व्यस्त हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कहा कि अगर उनकी सरकार ताज महल की देखभाल करने में सक्षम नहीं है तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।
केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘तब एक कंपनी को मुख्यमंत्री की कुर्सी भी गोद लेने दीजिए ? अगर बीजेपी एक स्मारक का रखरखाव नहीं कर सकती , उसे इस्तीफा दे देना चाहिए.’
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की यह तल्ख टिप्पणी उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में दिये गए उस हलफनामे के बाद आई है जिसमें उसने कहा था कि इस स्मारक को केंद्र सरकार की ‘विरासत को गोद लो योजना’ के तहत लाया जा सकता है।
इस योजना के तहत निजी व सार्वजनिक कंपनियों की सेवा विरासत स्मारकों की साफ सफाई और नागरिक सुविधाओं के लिए ली जा सकती है।
अब कोई उनसे पूछे कि जहाँ के आप मुख्यमंत्री हो, वहां का क्या हाल कर रखा है? आरोप-प्रत्यारोप में इतने साल निकाल दिए। दिल्ली में पर्यटन स्थल जैसे जामा मस्जिद, लाल किला, गुरुद्वारा शीश गंज, फतेहपुरी मस्जिद और लाहौरी गेट आदि का क्या हाल है? अनाधिकृत निर्माण और अतिक्रमण ने इन स्थलों की क्या दुर्दशा कर रखी है। इसे तो सुधारा नहीं जाता, पर्यटक आकर क्या कहते और सोंचते होंगे, कभी सोंचा? सोंचेंगे क्यों, कभी उपराज्यपाल से झगड़ा, कभी अधिकारीयों की पिटाई, कुछ और बस नहीं चला तो काम न करने का केन्द्र पर आरोप? दिल्ली में भूख से 3 बच्चियों की जान गयी, उसका भी इल्जाम भाजपा शासित केन्द्र पर। यदि सब कुछ केन्द्र ने ही करना है, फिर आप मुख्यमंत्री बने क्यों बैठे हो?
Starved to Death: दिल्ली में भूख से गई 3 बच्चियों की जान
राजधानी दिल्ली में तीन छोटी-छोटी बच्चियों की मौत सिर्फ इसलिए हो जाती है, क्योंकि उन्होंने कुछ खाया नहीं था। पूर्वी दिल्ली के मंडावली क्षेत्र में रहस्यमयी हालत में मिले इन बच्चियों के शव के पोस्ट-मॉर्टम रिपोर्ट से सामने आया है कि भुखमरी के कारण इनकी मौत हो गई और वे कुपोषण से पीड़ित थीं। पुलिस को उनके शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले। इसके बाद जीटीबी अस्पताल के तीन डॉक्टरों ने दूसरा पोस्ट-मॉर्टम किया, जिसके बाद शरीर को अंतिम संस्कार के लिए लड़कियों की मां को सौंप दिया गया।इन तीनों बच्चियों की उम्र दो, चार और आठ साल थी। लड़कियों की मां और एक पड़ोसी तीनों को अस्पताल लेकर पहुंचे और अस्पताल के अधिकारियों ने उनकी मौत के बारे में पुलिस को सूचित किया। श्रमिक के रूप में काम करने वाला लड़कियों का पिता लापता है।
हालांकि इन बच्चियों की मौत पर दिल्ली सरकार और बीजेपी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है। दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि ये शर्मनाक है। मैं पूछ रहा हूं कि क्या केजरीवाल आज खाना खा पाएंगे? उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के क्षेत्र में ये हुआ है। देश की राजधानी दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार में आज भी आम आदमी की भूख के कारण मौत हो रही है। शर्म करो। ये घटना वहां हुई है, जहां राशन घोटाल हो रहा है।
वहीं आम आदमी पार्टी के सौरव भारद्वाज ने कहा कि मनोज तिवारी जी, आपकी जानकारी गलत है। केजरीवाल सरकार तो गरीबों के घर तक राशन पहुंचाना चाहती है, भाजपा और एलजी उसे रोक रहे है। राशन गरीबों की मूलभूत जरूरत है। कितने गरीबों की जान लेकर भाजपा जागेगी ?
3 बेटियों की मौत वो भी भूख के कारण...@msisodia ये आपके एरिया में हुआ है ...देश की राजधानी दिल्ली में @AamAadmiParty की सरकार में आज भी आम आदमी की भूख के कारण मौत हो रही है ..
शर्म करो @ArvindKejriwal
शर्म करो @ArvindKejriwal
.@ManojTiwariMP जी, आपकी जानकारी ग़लत है। केजरीवाल सरकार तो ग़रीबों के घर तक राशन पहुँचाना चाहती है, भाजपा और एलजी उसे रोक रहे है।
राशन ग़रीबों की मूलभूत ज़रूरत है।
कितने ग़रीबों की जान लेकर भाजपा जागेगी ?
राशन ग़रीबों की मूलभूत ज़रूरत है।
कितने ग़रीबों की जान लेकर भाजपा जागेगी ?
बच्चियों का पिता, मंगल रिक्शा चलाता था। हालांकि, मंगल को कथित रूप से ड्रग करने के बाद उसकी रिक्शा चोरी हो गया।
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