खूंटी दुष्कर्म मामला: पुलिस ने कहा- लड़कियां गिड़गिड़ाती रहीं, फादर ने दुष्कर्मियों को नहीं रोका, सिर्फ सिस्टर्स को बचाया
स्टॉपमन स्कूल जहां लड़कियां नुकड़ नाटक करने गई थीं |
लेकिन वे रुके नहीं। फादर ने भी हमारी मदद नहीं की। उन्होंने सिर्फ सिस्टर को बचाया।
पुलिस ने कहा- फादर ने नहीं बचाया:खूंटी के एसपी अश्विनी सिन्हा ने बताया- " पुलिस ने शुक्रवार को कोचांग स्थित स्कूल जाकर जांच की। फादर अल्फांसो आईंद समेत तीन लोगों से पूछताछ की गई। पुलिस की जांच में सामने आया कि अपराधी सिस्टर्स को ले जा रहे थे। तब फादर ने उन्हें कहा कि ये सिस्टर हैं इन्हें न ले जाएं। वहीं, लोगों को जागरूक करने गई नाटक मंडली की लड़कियां गिड़गिड़ाती रही, पर फादर ने उन्हें नहीं बचाया।"
पीड़िता की आपबीती:दरिंदों ने बार-बार दुष्कर्म किया...हम रोए तो नाजुक अंगों में पिस्टल, लकड़ी...खैनी डाल दी
ये है दुष्कर्मियों में से एक की तस्वीर। इसे पुलिस ने जारी किया है। कहा है दिखे तो फौरन सूचित करें। दुष्कर्म के आरोपियों की सूचना देने पर पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा है। |
जब फादर और दोनों सिस्टर चुप रहीं: "वे बोले-पुलिस की मुखबिरी करते हो। पुलिस ने ही तुम लोगों को यहां भेजा है मुखबिरी करने के लिए। हम लोगों ने कहा कि हमारा काम सिर्फ लोगों को जागरूक करना है। इसके बदले हमें पैसा मिलता है। इतना सुनते ही तीन युवकों ने पिस्टल निकाल ली और धमका कर गाड़ी में बैठने को कहा। बोले-हम लोग जांच करेंगे कि तुम पुलिस के लोग हो या नहीं, तभी छोड़ेंगे। हमने विरोध किया तो कहा कि गोली मार देंगे। तुम लोगों को नहीं मालूम कि इस एरिया में बिना पूछे आने की अनुमति नहीं है। इस क्षेत्र में हमारे आदेश के बिना सरकार भी नहीं आ सकती। इस दौरान फादर और दोनों सिस्टर चुप रहे।"
स्कूल की सिस्टर्स ने मीडिया से बातचीत में युवतियों के अपहरण की बात स्वीकारी। |
दो युवकों ने हम पर पिस्टल तान दी: स्कूल से निकलने के आधा घंटा बाद हमलोग एक जंगल में पहुंचे। वहां पहुंचने के बाद पुरुष साथी को गाड़ी में ही बैठा दिया गया। हम पांचों युवतियों को वे कुछ दूर आगे जंगल में ले गए। इसके बाद मारपीट करने लगे और कपड़े उतारने को कहा। हम लोग गिड़गिड़ाने लगे, माफी मांगी कि अब कभी इस गांव में नहीं आएंगे। दो युवकों ने हम पर पिस्टल तान दी और धक्का देकर दो युवतियों को जमीन पर गिरा दिया। जबरन कपड़े उतरवाए। इसके बाद उनकी दरिंदगी शुरू हो गई। सभी हमारे ऊपर टूट पड़े और दुष्कर्म करना शुरू कर दिया। हमारे रोने का भी उनपर कोई असर नहीं पड़ा।"
चार घंटे तक उन लोगों ने जानवरों जैसा सलूक किया: "दर्द से हमलोग कराह रहे थे, तभी एक युवक ने पेड़ से एक डाली तोड़ी और एक लड़की के नाजुक अंग में डाल दिया। एक युवक ने पिस्टल मेरे नाजुक अंग में डाल दिया। पास में खड़ा दूसरा युवक खैनी बना रहा था, उसने मेरे अंग में खैनी डाल दी। करीब चार घंटे तक उन लोगों ने जानवरों जैसा सलूक किया। इस दौरान उन लोगों ने हमारे ही मोबाइल से हमारा वीडियो बनाया और फोटो खींची। (साभार: दैनिक भास्कर)
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